सतगुरु वसदें नें,हर प्रेमी दें नाल
सतगुरु वसदें नें,हर प्रेमी दें नाल-२, प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२, देकें अपने नाम दीं मस्तीं-२,श्री परमहँस अवतार-२, सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२, श्री आनंदपुर नगरीं ऐसीं, तीनाँ लोकाँ तों न्यारीं-२, जेहड़ा इकवारीं जाकें वेखें,भुल्लं जावें दुनियाँ सारी-२, सतगुरु दातां दीनदयालु-२,परमहँस अवतार-२, सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२, प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२, देकें अपने नाम दीं मस्तीं-२,श्री परमहँस अवतार-२, सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२, कोई कहें,मैनूँ बन जा प्रेमी, कोई कहें,जप लै माला-२, मैं कहा मेरा ईकों दातां,श्री आनंदपुर हैं वाला-२, देकें खुल्लें-खुल्लें दर्शन-२,करदें मालोमाल-२, सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२, प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२, देकें अपने नाम दीं मस्तीं-२,श्री परमहँस अवतार-२, सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२, तेरे दर तें आकें दाता, वेखें अजब नज़ारें-२, दुखीं जीवाँ दें दुखड़ें हरदें,मेरे हाराँवालें-२, संगता नूँ विश्वास हैं पकका-२,तूहीं गरीब-निवाज,, सतगुरु वसदें नें, हर प्रेमी दें नाल-२, प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२,...