सतगुरु जी सुख धाम,हमें हैं बस आस तुम्हारी
सतगुरु जी सुख धाम,हमें हैं बस आस तुम्हारी,
सतगुरु जी सुख धाम,,
और सें नहीं कोई काम,तुम्हीं हो ओट हमारी,,
सतगुरु जी सुख धाम,,
शरणं तुम्हारी लेकें,जिया भवपार होवें,
माया कें फन्दें सें, प्रभु छुटकारा होवें-२,
माया कें फन्दें सें, प्रभु छुटकारा होवें, जगतारणं तेरा नाम-२,जों हैं सब संकट हारी,,
सतगुरु जी सुख धाम,हमें हैं बस आस तुम्हारी,
सतगुरु जी सुख धाम,,
तुमसें ही नेह लगाया,तुमकों ही दिया दिल,और किसी की राखें,आस ना मेरा दिल-२,
और किसी की राखें,आस ना मेरा दिल,
और तुम्हीं हो शयाम-२,जिया कें तुम हितकारी,,
सतगुरु जी सुख धाम,हमें हैं बस आस तुम्हारी,
सतगुरु जी सुख धाम,,
गरज की दुनियाँ हैं, गरज कें नातें हैं, गरज सें ही अपने कहलातें हैं-२,
गरज सें ही अपने कहलातें हैं,,
बिन स्वारथ घनश्याम-२,तुम्हीं हो केवल उपकारी,,
सतगुरु जी सुख धाम,हमें हैं बस आस तुम्हारी,
सतगुरु जी सुख धाम,,
अपना तुझें बनाऊँ, हित सें तुझें रिझाऊँ, आँखों में अपनी, स्वामी जी बिठलाऊँ-२,
आँखों में अपनी, स्वामी जी बिठलाऊँ,
दासनदास गुलाम-२,दया तेरी का हैं भिखारी,,
सतगुरु जी सुख धाम,हमें हैं बस आस तुम्हारी,
सतगुरु जी सुख धाम,,
बोलो जयकारा
बोलमेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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