चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ
चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२,
बकशों सतगुरु, नाम का उजाला-२,
मेटें अज्ञान का,अंधेरा ये काला-२,
नाम उजालें सें, रस्ता मैं पाऊँ-२,
रस्ता मैं पाऊँ-आशीष पाऊँ-२,
चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२,
जैसें दूज का,चाँद नित बढ़ता-२,
बढ़ाओं मेरी,भक्ति की दृढ़ता-२,
उसकें सहारें,मंजिल मैं पाऊँ-२,
मंजिल मैं पाऊँ-आशीष पाऊँ-२,
चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२,
दीन बनूँ मैं, छोड़ कें हौमें-२,
खों जाऊँ सतगुरु, तेरे नाम में ऐ-२,
नाम की दौलत,निशिदिन ध्याऊँ-२,
निशिदिन ध्याऊँ-आशीष पाऊँ-२,
शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२,
चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२,
चाँद कें दिन दों,वर मेरे सतगुरु-२,
तेरा ध्यान भूलूँ ,कभी ना इक दम-२,
तेरे ध्यान में दाता,मैं डूब जाऊँ-२,
मैं डूब जाऊँ-आशीष पाऊँ-२,
शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२,
चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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