मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका
मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२,
मैनूँ अनहद नाद सुना दें-२,चौरासी मुककें,मेरे मालका-२,
मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२,
दिनें चढ़ें सूरज तें,रातीं चढ़ें चन्नं भयीं, लौं विच रहें मेरा,हर वेलें मन भयीं-२,
मेरी सुरतं ठिकानें तें बिठा दें-२,हर वेलें,मेरे मालका,,
मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२,
अठठें-पहर तेरा सानूँ, शब्द सुनाई होवें,मत्थें विच मेरे दाता,खुदा दीं खुदाई होवें-२,
मेरा दस्सवाँ द्ववार खुल जावें-२,दया कर,मेरे मालका,,
मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२,
सफर दीं सुध-बुध,रहें तेरी रौंह विच, तुरें-फिरें जग विच, रहें तेरी छोंह विच-२,
तेरे चरणाँ च थाँह मिलें, सानूँ-२,अन्त वेलें, मेरे मालका,,
मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२,
मैनूँ अनहद नाद सुना दें-२,चौरासी मुककें,मेरे मालका-२,
मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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