ऐ दीवानों महफिल सजा लों, हारांवालें चलें आ रहें है
ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२,
ऐ दीवानों महफिल सजा लों, नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२,
नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२,
जर्रा-जर्रा देखों, खुशनुमा है-२,
आ गयें हमारे, रहनुमा है-२,
अर्श सें फर्श तक, रोशनी है-२,
हारांवालें चलें आ रहें है-२,
अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२,
नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२,
आ गयें देखों, सतगुरु हमारे-२,
आ गयें देखों, रहबर हमारे-२,
हर तरफ देखों, छाई बहारें-२,
और,आज रज-रज कें-२,दर्शन कों पा लों,हारांवालें चलें आ रहें है-२,
अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२,
नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२,
हारांवालें चलें आ रहें है-२,
अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२,
नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२,
सारी नगरी में,खुशियां है छाई-२,
ओ,कैसा आलम,ये सारी खुदाई-२,
आज भक्ति में-२,रंग लगा लों, हारांवालें चलें आ रहें है-२,
अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२,
नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२,
मेरे दाता जी-२, सच्चे है रहबर-२,
सब पें करतें है,वों अपनी रहमतं-२,
उनकी राहों में-२,पलकें बिछा लों-२,
नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२,
नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२,
नंगलींवालें चलें आ रहें है-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
बोल श्री परमहँस दयाल महाराज जी की जय
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