नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म
नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
स्वाँसों में नाम हो, तेरा हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
लाखों जन्म हमनें दियें गवां, अब तों दाता जी कुछ करों दया-२,,
नाम की लग जाए दिल में लगन,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम की नौकां में हम चढ जाए, भव कें बंधन सें मुक्तं हो जाए-२,,
छूट ही जाए अब,आवागमन,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम कों जपतें गुरुमुख प्यारें हैं,, जग में रहें,पर जग सें न्यारें हैं-२,,
नाम कों बिसरे कभी ना हम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
दास पें बक्शीश ऐसी कीजिए,, सिमरन की शक्ति ऐसी दीजिए-२,,
भक्ति कें पथ पर,बढायें कदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम ही जीवन का आधार हो,,हर पल ही स्वाँसों में,तेरा नाम हो-२,,
नाम का सिमरन ही पहला धर्म,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
स्वाँसों में नाम हो, तेरा हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
Tarj - Satguru se preet jo lagayega
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