प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं Prabhu Aagye Hain
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
बशर कें भेष में,तुम खुदां आ गयें, प्रेमी भक्तों कें दिल,जान कर छा गयें,
निरखं कर मनोहर,छवि ये सुहानी, अकीदत यहाँ झूम-तीं आ रही हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
देवता भी तरसतें हैं, दीदार कों, उतर आयें हैं अर्शो सें,सत्कार कों,
पुर नूरं चेहरें की,नूरीं सुहायें,मुककदर की दुनियाँ कों,चमका रही हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
तेरे कदमों में मस्तक, झुकातें हैं लोग, फैज गातें और मुस्करातें हैं लोग,
तेरे दर्शनों कों ये,दिलकश फिजायें, करामातं करामाँ चली आ रही हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
तेरा ड़ंका बजा सारें संसार में, कैसा जादू जगाया,तेरे प्यार में,
बड़ी दूर पश्चिम सें,उठती घटायें, तेरी कीर्ति की,धुनें गा रही हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
आपका आज आना हैं, सिर आँखों पर,ये सुना ही तमाम,सिर आँखों पर,
प्रभु आपकें चरणं-कमलों कें नीचें, पलकें हमारी खिचीं जा रही हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
दर्शनों कों कब सें,तरसता था जिया, आप आयें प्रभु,आपका शुक्रिया,
खुदां की कसम आज,चितवनं तुम्हारी, हमारे दिलों कों,बड़ी भा रही हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं,
प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
Comments
Post a Comment