कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें
कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२,
हैं एक पिता सबका-२,दुनियाँ ये समझ पायें,,,
कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२,
जों कुछ भी नज़र आता,सब तेरा पसारा हैं-२,
दुनियाँ की हर इक शयं कों,बस तेरा सहारा हैं-२,
फिर कयूँ ये तेरा बन्दा-२,बन्दें सें ही घबरायें,,,
कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२,
मुश्किल तों नहीं बन्दें, तुझकों तों खुदा पाना-२,
मुश्किल तों हैं बस अपना, अभिमान मिटा पाना-२,
ये उसकों समझ आयें-२,जिसें तू आप समझायें,,,
कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२,
हर सन्त की हर सुख सें, तुम झोली भर देना-२,
पर बनकें रहें तेरा,ये साथ ही वर देना-२,
र्निमल सां रहें जीवन,माया में ना फँस जायें,,,
कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२,
हैं एक पिता सबका-२,दुनियाँ ये समझ पायें,,,
कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२,
हर घर में खुशी आयें-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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