दीनन कें नाथ मोरे, सतगुरु कृपाल
दीनन कें नाथ मोरे, सतगुरु कृपाल,
नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२,
नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२,
अपनी शरणं राखों, ओ दीन-दाता-२,
मुझ जैसें अनाथों का,तू ही पिता-माता-२,
हर पल अनाथों की तू,करियों संभाल, नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२,
दीनन कें नाथ मोरे,सतगुरु कृपाल,
नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२,
नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२,
किस मुख सें गाऊं, मैं किसकों सुनाऊं-२,
महिमा तुम्हारी का, अन्त ना पाऊं-२,
शर्मसार हूं देखकर,अपना हाल,नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२,
दीनन कें नाथ मोरे, सतगुरु कृपाल,
नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२,
नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२,
तुमसां ना दाता,ना मुझसां भिखारी-२,
तेरी शरणं ली, हैं दुनियां उबारी-२,
बक्शों चरणं-कमल की दुआ,नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२,
दीनन कें नाथ मोरे, सतगुरु कृपाल,
नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२,
नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२,
तुझकों ध्याऊं,मैं तेरा कहलाऊं-२,
तुझकों जपूं और, तुझमें समाऊं-२,
मानों प्रभु,दास का ये सवाल,नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२,
दीनन कें नाथ मोरे,सतगुरु कृपाल,
नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२,
नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
बोल श्री परमहँस दयाल महाराज जी की जय
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