जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों
जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों-२,
शुभ पंद्रह अगस्त का पावनं दिन,आयें तुम्हें रिझानें कों-२,
जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों,,,
पावनं धरा श्री सुखपुर की,,प्रेमानंद सीं झूम उठी-२,
श्री गुरु परमहँस जी की गोद महान, खेलें बाल्यकाल में भगवान-२,
जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों,,,
सन्त रुप अवतार लिया,,सेवा में सब अर्पित किया-२,
नाम ज्योति उजियार किया,आये भव-पार करानें कों-२,
जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों,,,
माता बाई ध्यान अमिट नंद जी,, पावनं जिनकी कोख हुई-२,
श्री बाल-रुप में लीलायें रची,कर्मभूमि श्री आनंदपुर की-२,
जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों,,,
श्री महात्मा ध्यान प्रेमानंद जी,,बनकें पिता श्री हरषायें-२,
पल-पल छवि निहार रहें,आया कोई सन्त अवतारी-२,
जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों,,,
बार-बार शुभ अवसर ये आयें,,उम्र तुम्हें मेरी लग जायें-२,
कोटि ब्रह्मांड कें मालिक हो,प्रेम पुष्प लिए ये दास चढ़ायें-२,
जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों,,,
शुभ पंद्रह अगस्त का पावनं दिन,आयें तुम्हें रिझानें कों-२,
जन्मदिवस मेरे गुरुवर का,आयें सभी मनानें कों,,,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
बोल श्री परमहँस दयाल महाराज जी की जय
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