ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं
ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२-४,, सतगुरु दर तें,, संगता आईयाँ-२,, सतगुरु नाल,, प्रीतां लाईयाँ-२,, गुरु अपनी,, शरणीं लान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, सतगुरु दर दीं,, जों सेवा करदें-२,, खुशियाँ दें नाल,, झोलियाँ भरदें-२,, गुरु अपना,, नाम जपान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, दिल विच अपने,, रखदें जेहड़ें-२,, वसदें रहन्दें,, नगर-खेडें,, ओ,तर जान्दें,, उसदें बेडें,, गुरु भव तों,, पार लंघान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, लखाँ पापी,, दर तें तर गयें-२,, नाम गुरां दां,, लैं कें तर गयें-२,, सन्त बुल्लेशाह,, फरमान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, तेरे दास तेरे,, गुणं गान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय