आया जी आया,शुभ दीवाली का त्यौहार
आया जी आया,शुभ दीवाली का त्यौहार,,जगमग-जगमग हुआ संसार,,
खुशियों कें दीप जलें,सजा गुरु दरबार-२,,
हो रहा हैं उजाला,प्रभु नाम का,मन में हमारे-२,,
तन-मन रोशन कर गई,तेरे प्रेम की, मीठी निगाहें-२,,
सतगुरु जी,भगवनं जी-२,दें दो हमें,अपना प्यार,,आयें गुरु चरणारं,,
खुशियों कें दीप जलें,सजा गुरु दरबार-२,,
आया जी आया,शुभ दीवाली का त्यौहार,,जगमग-जगमग हुआ संसार,,
खुशियों कें दीप जलें,सजा गुरु दरबार-२,,
दुख-गमों नें,कब सें,जीवन में था,डेरा लगाया-२,,
नाम की,ज्योति सें,सारा घर ही,मेरा जगमगाया-२,,
ओ,किरपा हुई, सतगुरु की-२,पाया जों सोहणां दीदार,,आयें गुरु चरणारं,,
खुशियों कें दीप जलें,सजा गुरु दरबार-२,,
आया जी आया,शुभ दीवाली का त्यौहार,,जगमग-जगमग हुआ संसार,,
खुशियों कें दीप जलें,सजा गुरु दरबार-२,,
दासीं सन्मुख तेरे,प्रभु तुमकों ही मांगें हमेशा-२,,
अर्न्त-घट विराजों,पाऊं दर्शन, सुबहो-शाम तेरा-२,,
दीवाली,तुम संग ही-२,तुुम संग ही, सारें त्यौहार,,आयें गुरु चरणारं,,
खुशियों कें दीप जलें,सजा गुरु दरबार-२,,
आया जी आया,शुभ दीवाली का त्यौहार,,जगमग-जगमग हुआ संसार,,
खुशियों कें दीप जलें,सजा गुरु दरबार-२,,
सजा गुरु दरबार-२,,
ओ,सजा गुरु दरबार-२,,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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