मुझे ऐसा वर दे दो, गुणगान करुँ तेरा Mujhe Aisa var dedo gungaan Karu tera
मुझे ऐसा वर दे दो, गुणगान करुँ तेरा-२,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
सेवा नित तेरी करुँ, तेरे द्वार पे आऊँ मैं-२,
चरणों की धुलि को,नित शीश लगाऊँ मैं-२,
चरणामृत पाकर के,नित शुक्र करुँ तेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
भक्ति और शक्ति दो,अज्ञान को दूर करो-२,
अरदास करुँ गुरुवर,अभिमान को चूर करो-२,
नहीं द्वेष रहे मन में,रहे साथ गुरु तेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
विश्वास हो यह मन में,तुम साथ ही हो मेरे-२,
फिर ध्यान में सो जाऊँ, सपनों में रहो मेरे-२,
चरणों से लिपट जाऊँ, स्वामी ध्यान करो मेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
मन-मन्दिर में बिठा करकें,तेरी रोज करुँ पूजा,
प्रभु मन में समाया तू,कोई और नहीं दूजा-२,
प्रभु नाम की गंगा में,बस स्मरणं रहे तेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
मेरे नैनों की ज्योति हो,तुम्हीं मेरे प्राणं आधार,
तुम्हीं धड़कन हो मेरी,तुमसें ही हो मेरा प्यारं-२
तुम बैठें सबकें अन्दर,नमन करता दास तेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
तर्ज--कहीं दीप जले कहीं दिल,तेरी कौन सी
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
सेवा नित तेरी करुँ, तेरे द्वार पे आऊँ मैं-२,
चरणों की धुलि को,नित शीश लगाऊँ मैं-२,
चरणामृत पाकर के,नित शुक्र करुँ तेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
भक्ति और शक्ति दो,अज्ञान को दूर करो-२,
अरदास करुँ गुरुवर,अभिमान को चूर करो-२,
नहीं द्वेष रहे मन में,रहे साथ गुरु तेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
विश्वास हो यह मन में,तुम साथ ही हो मेरे-२,
फिर ध्यान में सो जाऊँ, सपनों में रहो मेरे-२,
चरणों से लिपट जाऊँ, स्वामी ध्यान करो मेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
मन-मन्दिर में बिठा करकें,तेरी रोज करुँ पूजा,
प्रभु मन में समाया तू,कोई और नहीं दूजा-२,
प्रभु नाम की गंगा में,बस स्मरणं रहे तेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
मेरे नैनों की ज्योति हो,तुम्हीं मेरे प्राणं आधार,
तुम्हीं धड़कन हो मेरी,तुमसें ही हो मेरा प्यारं-२
तुम बैठें सबकें अन्दर,नमन करता दास तेरा,
इस बालक के सर पे,प्रभु हाथ रहे तेरा-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
तर्ज--कहीं दीप जले कहीं दिल,तेरी कौन सी
Tarj- संसार है एक नदिया sukh दुख दो किनारे
ReplyDeleteतर्ज़- संसार है एक नदिया सुख दुख दो किनारे है
ReplyDeleteNo,1
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