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Showing posts from September, 2025

ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं

 ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२-४,, सतगुरु दर तें,, संगता आईयाँ-२,, सतगुरु नाल,, प्रीतां लाईयाँ-२,, गुरु अपनी,, शरणीं लान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, सतगुरु दर दीं,, जों सेवा करदें-२,, खुशियाँ दें नाल,, झोलियाँ भरदें-२,, गुरु अपना,, नाम  जपान्दें,,  जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, दिल विच अपने,, रखदें जेहड़ें-२,, वसदें रहन्दें,, नगर-खेडें,, ओ,तर जान्दें,, उसदें बेडें,, गुरु भव तों,, पार लंघान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, लखाँ पापी,, दर तें तर गयें-२,, नाम गुरां दां,, लैं कें तर गयें-२,, सन्त बुल्लेशाह,, फरमान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, तेरे दास तेरे,, गुणं गान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, ओ,मँगियां मुरादां पान्दें,, जेहड़ें सेवा करदें,गुरुआँ दीं-२,, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

ओ,मेला संगता दां-२,लगदां ऐ हर साल

 ओ,मेला संगता दां-२,लगदां ऐ हर साल,, ओ,गुरुमुख नचदें नें-२,पोन्दें भंगडा नाल,, ओ,संगता नचदियां नें-२,पोन्दियां भंगडा नाल,, ओ,मेला संगता दां-२, जय-जय,जय,गुरां दीं, जय-जय,जय-२, ओ,जेहडा वीं सवालीं ऐथें,गुरां चल आन्दां,ओहनूं सतगुरु दर्श दिखोन्दें-२, ओहनूं सतगुरु दर्श दिखोन्दें-२, कुटिया च आकें,जेहडें जोतं नूं जगान्दें,ओहनूं सच्चे गुरु दर्श दिखोन्दें-२, ओहनूं सच्चे गुरु दर्श दिखोन्दें-२, वण्डदें मुरादां,सारें भक्तां नूं सतगुरु-२, खुशियां लान्दें जैकार,, ओ,मेला संगता दां-२,लगदां ऐ हर साल,, ओ,गुरुमुख नचदें नें-२,पोन्दें भंगडा नाल,, ओ,संगता नचदियां नें-२,पोन्दियां भंगडा नाल,, ओ,मेला संगता दां-२, जय-जय,जय,गुरां दीं, जय-जय,जय-२, चिट्टा-चिट्टा चौलां,नालें सिर तें रुमाल, सोहणां रुप ना झल्लयां जोन्दां-२, सोहणां रुप ना झल्लयां जोन्दां-२, किन्हीं सोहणीं लगदीं,तेरी कार दीं सवारी, साढां तक-तक दिल, नहियों रजदां-२, साढां तक-तक दिल,नहियों रजदां-२, ऊंच्चा तें सुच्चा,तेरा दर मेरे सतगुरु-२,सजदां ऐ हर साल,, ओ,मेला संगता दां-२,लगदां ऐ हर साल,, ओ,गुरुमुख नचदें नें-२,पोन्दें भंगडा नाल,, ओ,संगता नचदियां नें-२...

आया महोत्सव, खुशियों का,, प्यारें प्रभु कें, जन्मदिन का

 आया महोत्सव, खुशियों का,, प्यारें प्रभु कें, जन्मदिन का,,  हैप्पी बर्थ डे, स्वामी जी,, प्यारें हाराँवालें जी-२,, आज दिवस, जाऊँ बलिहारी,, जन्में सतगुरु लीलाधारी-२,, लुभाया, जी दर्शन सतगुरु का-२,,  हैप्पी बर्थ डे, स्वामी जी,, प्यारें हाराँवालें जी-२,, आया महोत्सव, खुशियों का,, प्यारें प्रभु कें, जन्मदिन का,,  हैप्पी बर्थ डे, स्वामी जी,, प्यारें हाराँवालें जी-२,, त्रेता कें प्रभु, राम-रमैया,, द्वापर कें प्रभु कृष्ण-कन्हैया-२,, सोहणां, नजारा हैं सतगुरु का-२,, हैप्पी बर्थ डे, स्वामी जी,, प्यारें हाराँवालें जी-२,, आया महोत्सव, खुशियों का,, प्यारें प्रभु कें, जन्मदिन का,,  हैप्पी बर्थ डे, स्वामी जी,, प्यारें हाराँवालें जी-२,, देवी-देव गणं, फुल्लं बरसायें,, गुरुमुख-जन मिल, खुशियाँ मनायें-२,, रुप,  सुहाना हैं सतगुरु का-२,, हैप्पी बर्थ डे, स्वामी जी,, प्यारें हाराँवालें जी-२,, आया महोत्सव, खुशियों का,, प्यारें प्रभु कें, जन्मदिन का,,  हैप्पी बर्थ डे, स्वामी जी,, प्यारें हाराँवालें जी-२,, घन्टी बजा कें, सबकों जगाया,, दासनदास कों अपना बनाया-२,, घन्टी बजा कें, सबक...

हाराँवाला बैठा होवें,, अंखियाँ दें सामने

 हाराँवाला बैठा होवें,, अंखियाँ दें सामने-२,, मन्द-मन्द मुस्कान्दां ऐ,, मजा ओस वेलें,, मजा ओस वेलें,, नचनं दां आन्दां ऐ,, मजा ओस वेलें-२,, तालियाँ दां शोर होवें,, सोहणां चित्तचोर होवें-२-४,, अंखियाँ नाल अंखियाँ,, लडान्दां हैं,, मजा ओस वेलें,, मजा ओस वेलें,, नचनं दां आन्दां ऐ,, मजा ओस वेलें-२,, जय गुरां दीं,,जय गुरां दीं,,जय गुरां दीं-२,, तालियाँ दां शोर होवें,, सोहणां चित्तचोर होवें-२-४,, मन्द-मन्द मुस्कान्दां ऐ,, मजा ओस वेलें,, मजा ओस वेलें,, नचनं दां आन्दां ऐ,, मजा ओस वेलें-२,, महफ़िल सजाई होवें,, संगत बुलाई होवें-२-४,, सबनूँ श्याम,, नचान्दां ऐ,, मजा ओस वेलें,, नचनं दां आन्दां ऐ,, मजा ओस वेलें-२-४,, तालियाँ दां शोर होवें,, सोहणां चित्तचोर होवें-२-४,, बाँह फड़ सबनूँ ,, नचान्दां ऐ,, मजा ओस वेलें,, नचनं दां आन्दां ऐ,, मजा ओस वेलें-२-४,, 🙏🏼🌹बोलो जयकारा🙏🏼🌹 🌹🙏🏼बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय🌹

चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ

 चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२, बकशों सतगुरु, नाम का उजाला-२, मेटें अज्ञान का,अंधेरा ये काला-२, नाम उजालें सें, रस्ता मैं पाऊँ-२, रस्ता मैं पाऊँ-आशीष पाऊँ-२, चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२, जैसें दूज का,चाँद नित बढ़ता-२, बढ़ाओं मेरी,भक्ति की दृढ़ता-२, उसकें सहारें,मंजिल मैं पाऊँ-२, मंजिल मैं पाऊँ-आशीष पाऊँ-२, चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२, दीन बनूँ मैं, छोड़ कें हौमें-२, खों जाऊँ सतगुरु, तेरे नाम में ऐ-२, नाम की दौलत,निशिदिन ध्याऊँ-२, निशिदिन ध्याऊँ-आशीष पाऊँ-२, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२, चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२, चाँद कें दिन दों,वर मेरे सतगुरु-२, तेरा ध्यान भूलूँ ,कभी ना इक दम-२, तेरे ध्यान में दाता,मैं डूब जाऊँ-२, मैं डूब जाऊँ-आशीष पाऊँ-२, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२, चाँद का दिन आया,शीश झुकाऊँ, शीश झुकाऊँ, आशीष पाऊँ-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

सतगुरु जैसा परम हितैषी, कोई नहीं संसार में

 सतगुरु जैसा परम हितैषी, कोई नहीं संसार में-२, सतगुरु-चरणों में पूरणं-समर्पण कर,हो जा भव-पार रे-२, सतगुरु जैसा परम हितैषी, कोई नहीं संसार में-२ लख-चौरासी,,लख-चौरासी भटक-भटक कर,यह मानव-तन पाया है-२, काम-क्रोध-मद-२,लोभ में पड़कर,इसकों व्यर्थ गंवाया है-२, कर-संत्संग-२, नाम हरि का,जप कर अपना उद्धार रे, सतगुरु जैसा परम हितैषी, कोई नहीं संसार में-२, सतगुरु-चरणों में पूरणं-समर्पण कर,हो जा भव-पार रे-२, सतगुरु जैसा परम हितैषी, कोई नहीं संसार में-२ मानव जन्म-२ प्रीत हरि-गुरु में,बड़ें भाग्य सें मिलतें है-२, पा सतगुरु की-२ कृपा हृदय में,फूल धर्म कें खिलतें है-२, धर्मवृति-२बन करम सर्वहित,कर सबका उपकार रे, सतगुरु जैसा परम हितैषी, कोई नहीं संसार में-२, सतगुरु-चरणों में पूरणं-समर्पण कर,हो जा भव-पार रे-२, सतगुरु जैसा परम हितैषी, कोई नहीं संसार में-२ सतगुरु की तू-२,बात मान कर,हरि-चरणों में प्रीत जगा-२, नारायण-नारायण,नारायण कहकर,भव भय सारें दूर भगा, राग-द्बेष-२ मद-अंहकार तज,कर लें सबसें प्यार रे, सतगुरु जैसा परम हितैषी, कोई नहीं संसार में-२, गुरु-चरणों में पूरणं-समर्पण कर,हो जा भव-पार रे-२, सतगुरु ज...

तेरा कैसें कर्ज चुकाऊँ, कितनें एहसान गिनाऊँ

 तेरा कैसें कर्ज चुकाऊँ, कितनें एहसान गिनाऊँ-२, तू देकर भूलनें वाला,मैं हर पल हाथ फैलाऊँ-२, तेरा कैसें कर्ज चुकाऊँ, कितनें एहसान गिनाऊँ-२, इक पूरी माँग हुई तों,दूजीं फरियाद लगाई,जब-जब पड़ी जरुरत, मुझें याद तुम्हारी आई-२, तेरे ही भरोसें दाता,मैं सपनों कें महल बनाऊँ,, तू देकर भूलनें वाला,मैं हर पल हाथ फैलाऊँ, तेरा कैसें कर्ज चुकाऊँ, कितनें एहसान गिनाऊँ, तू देकर भूलनें वाला,मैं हर पल हाथ फैलाऊँ, तन पापी,मन मैला हैं, कैसें तुझें यार कहूँ मैं, तू दाता मैं हूँ भिखारी, कैसा व्यवहार करुँ मैं-२, अपनी औकात में रहकर,चरणों सें भीख उठाऊँ,, तू देकर भूलनें वाला,मैं हर पल हाथ फैलाऊँ, तेरा कैसें कर्ज चुकाऊँ, कितनें एहसान गिनाऊँ, तू देकर भूलनें वाला,मैं हर पल हाथ फैलाऊँ, अब तक जों साथ चलें हो,तुम हाथ पकड़ कर मेरा,कल भी एहसास दिलाना,कि मैं साथी हूँ तेरा-२, दासाँ कहता हैं दाता,तेरा हरपल शुक्रर मनाऊँ,, तू देकर भूलनें वाला,मैं हर पल हाथ फैलाऊँ, तेरा कैसें कर्ज चुकाऊँ, कितनें एहसान गिनाऊँ, तू देकर भूलनें वाला,मैं हर पल हाथ फैलाऊँ,, मैं हर पल हाथ फैलाऊँ,, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

मेरा सतगुरु वाजां मार रहयां,आईयां संगता नूं तार रहयां

 मेरा सतगुरु वाजां मार रहयां,आईयां संगता नूं तार रहयां-२, सचखंड दां दीदार करान्दें नें-२,जेहडा गुरु-चरणां विच,आन पया,, मेरा सतगुरु वाजां मार रहयां,आईयां संगता नूं तार रहयां-२,, गुरु-चरणां विच,बडी बरकतं हैं, बरकतं विच वसदां,अमृत हैं-२,, बरकतं विच वसदां,अमृत हैं-२,, जें मेंहर,गुरां दीं हो जायें,पानी वीं लगदां,शरबत हैं-२,, पानी वीं लगदां,शरबत हैं-२,, इक बन्द वीं जिसनूं मिल जायें-२,, ओ, भवसागर तों पार गया,, मेरा सतगुरु वाजां मार रहयां,आईयां संगता नूं तार रहयां-२,, मेरे सतगुरु तडकें,उठदें नें,संगता दां हाल,ओ पुछदें नें-२, संगता दां हाल,ओ पुछदें नें-२, इक-इक नूं कोल बिठाकें गुरु,बस मीठा-मीठा हंसदें नें-२, बस मीठा-मीठा हंसदें नें-२, मैं सारें जग विच,देख लया-२,मैंनूं नहीं मिलता,मेरे गुरां जेहां,, मेरा सतगुरु वाजां मार रहयां,आईयां संगता नूं तार रहयां-२,, मेरे सतगुरु नाम, जपान्दें नें,भुल्लयां नूं रस्तें,पान्दें नें-२, भुल्लयां नूं रस्तें,पान्दें नें-२, श्री चरणां विच,जेहडें लग जान्दें,ओ सारीं उमर, सुख पान्दें नें-२, ओ सारीं उमर, सुख पान्दें नें-२, जें मौज,गुरां दीं आ जायें-२,कर देंदें नें,ओ...

दिल भी तेरा, जाँ भी तेरी,, और हैं हम, तेरे लिए

 दिल भी तेरा, जाँ भी तेरी,, और हैं हम, तेरे लिए-२,, हर कर्म अपना करेंगे-२,, ऐ प्रभु तेरे लिए,, दिल भी तेरा, जाँ भी तेरी,, और हैं हम, तेरे लिए-२,, अपने जीवन का गुरु जी-२,, हर कर्म तेरे लिए,, दिल भी तेरा, जाँ भी तेरी,, और हैं हम, तेरे लिए-२,, दर-बदर था मैं भटकता,, था ना कोई आसरा-२,, जब देखा तों तेरा दामन,, मिल गया मुझें आसरा,, मुझें आसरा,, अब तों दुनियाँ की उतारी-२,, हर शर्म तेरे लिए,,    दिल भी तेरा, जाँ भी तेरी,, और हैं हम, तेरे लिए-२,, तू खुदा, तू इष्ट हैं,, तू मेरा, भगवान हैं-२,, तुझसें हैं नाज मुझकों,, तुझसें ही मेरा,नाम हैं,, मेरा,नाम हैं,,  दातं बिन जों भी करुँ मैं-२,, हर कर्म तेरे लिए,, दिल भी तेरा, जाँ भी तेरी,, और हैं हम, तेरे लिए-२,, हर कर्म अपना करेंगे-२,, ऐ प्रभु तेरे लिए,, दिल भी तेरा, जाँ भी तेरी,, और हैं हम, तेरे लिए-२,, अपने जीवन का गुरु जी-२,, हर कर्म तेरे लिए,, दिल भी तेरा, जाँ भी तेरी,, और हैं हम, तेरे लिए-२,, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

धुरधाम सें आयें धरा पर, देनें भक्ति-दान,मेरे सतगुरु सन्त महान

 धुरधाम सें आयें धरा पर, देनें भक्ति-दान,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, भक्ति-प्रेम का पंथ चलाया, ज्ञान का दीपक,मन में जगाया-२, दिव्य दर्शन कों पाकर इनकें,मन पाता विश्राम,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, धुरधाम सें आयें धरा पर, देनें भक्ति-दान,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, परम हितैषी, पर-उपकारी, महिमा गायें,दुनियाँ सारी-२, अपनी शरणं में लेकर, करतें जीवों का कल्याण,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, धुरधाम सें आयें धरा पर, देनें भक्ति-दान,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, मन-मन्दिर में,जों भी बसायें, प्यार वों इनका,हर पल पायें, मन-मन्दिर में,जों भी बसायें, गुरु किरपा कों, वों हर पल पायें-२, देवी-देव,और ऋषि-मुनि, सब करतें हैं गुणगान-२,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, धुरधाम सें आयें धरा पर, देनें भक्ति-दान,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, दास जायें,इन पर बलिहारी, भक्ति-मुक्ति कें,ये हैं भण्डारी-२, जन्म-मरणं कें बंधन काटें-२,करतें हैं कल्याण,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, धुरधाम सें आयें धरा पर, देनें भक्ति-दान,मेरे सतगुरु सन्त महान-२, मेरे सतगुरु सन्त महान-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका

 मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२, मैनूँ अनहद नाद सुना दें-२,चौरासी मुककें,मेरे मालका-२, मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२, दिनें चढ़ें सूरज तें,रातीं चढ़ें चन्नं भयीं, लौं विच रहें मेरा,हर वेलें मन भयीं-२, मेरी सुरतं ठिकानें तें बिठा दें-२,हर वेलें,मेरे मालका,, मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२, अठठें-पहर तेरा सानूँ, शब्द सुनाई होवें,मत्थें विच मेरे दाता,खुदा दीं खुदाई होवें-२, मेरा दस्सवाँ द्ववार खुल जावें-२,दया कर,मेरे मालका,, मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२, सफर दीं सुध-बुध,रहें तेरी रौंह विच, तुरें-फिरें जग विच, रहें तेरी छोंह विच-२, तेरे चरणाँ च थाँह मिलें, सानूँ-२,अन्त वेलें, मेरे मालका,, मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२, मैनूँ अनहद नाद सुना दें-२,चौरासी मुककें,मेरे मालका-२, मेरे मन विच मींह बरसा दें,रहमताँ दां तू मालका-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें

 कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२, हैं एक पिता सबका-२,दुनियाँ ये समझ पायें,,, कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२, जों कुछ भी नज़र आता,सब तेरा पसारा हैं-२, दुनियाँ की हर इक शयं कों,बस तेरा सहारा हैं-२, फिर कयूँ ये तेरा बन्दा-२,बन्दें सें ही घबरायें,,, कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२, मुश्किल तों नहीं बन्दें, तुझकों तों खुदा पाना-२, मुश्किल तों हैं बस अपना, अभिमान मिटा पाना-२, ये उसकों समझ आयें-२,जिसें तू आप समझायें,,, कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२, हर सन्त की हर सुख सें, तुम झोली भर देना-२, पर बनकें रहें तेरा,ये साथ ही वर देना-२, र्निमल सां रहें जीवन,माया में ना फँस जायें,,, कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२, हैं एक पिता सबका-२,दुनियाँ ये समझ पायें,,, कर मेंहर मेरे दाता,हर घर में खुशी आयें-२, हर घर में खुशी आयें-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

थाँह-थाँह लोकीं पूछदें नें,तू कौन हैं मुर्शिद मेरा

 तीन लोक नौ खंड में, गुरु सें बड़ा ना कोय, कर्ता करें ना कर सकें,जों गुरु चाहे, सों होय थाँह-थाँह लोकीं पूछदें नें,तू कौन हैं मुर्शिद मेरा-२, मैं कहनीं हाँ,विच आनंदपुर, रहन्दां दाता मेरा-२, गुरां दीं दीवानीं हाँ,मैं गुरां दीं दीवानीं हाँ-२, मेरा सतगुरु जिहदां,रखवाला ऐ,ओहनूँ कौन मिटावनं वाला ऐ, मेरी परमहँसां नाल लग गई ऐ,जेहड़ा तोड़ निभावनं वाला ऐ, गुरां दीं दीवानीं हाँ,मैं गुरां दीं दीवानीं हाँ-२, कर्मा-वाला सतगुरु मेरा,हाल दिलाँ दें जाणें-२, दाता सबदें लेख सँवारें, कटदां रोग पुरानें-२, पूछदें लोकीं तेरे दिल विच, किन्हें कीतां ड़ेरा-२, मैं कहनीं हाँ,विच आनंदपुर, रहन्दां दाता मेरा-२, गुरां दीं दीवानीं हाँ,मैं गुरां दीं दीवानीं हाँ-२, सतगुरु दर तें,जिसनें आ कें, झोलियाँ नें फैलाईयाँ-२, खालीं कोई ना मुड़या सबनें,दिलीं मुरादां पाईयाँ-२, पूछदें लोकीं, तेरी मुश्किल, हल करदां हैं केंड़ा-२, मैं कहनीं हाँ,विच आनंदपुर, रहन्दां दाता मेरा-२, गुरां दीं दीवानीं हाँ,मैं गुरां दीं दीवानीं हाँ-२, थाँह-थाँह लोकीं पूछदें नें,तू कौन हैं मुर्शिद मेरा-२, मैं कहनीं हाँ,विच आनंदपुर, रहन्दां दाता मेरा-२, गुरां दी...

एहसान प्रभु जी तेरा,जों तूनें दिया सहारा

 एहसान प्रभु जी तेरा,जों तूनें दिया सहारा, इक पल कों भी ना छूटें, सतगुरु जी साथ तुम्हारा-२, चरणों में करुँ ये बिनती, मुझपर किरपा फरमाना, जग की झूठीं झिलमिल सें,प्रभु मेरा ध्यान हटाना, हृदय मेरे में बसा रहें,प्रभु, पावनं रुप तुम्हारा,, इक पल कों भी ना छूटें, सतगुरु जी साथ तुम्हारा, एहसान प्रभु जी तेरा,जों तूनें दिया सहारा, इक पल कों भी ना छूटें, सतगुरु जी साथ तुम्हारा-२, जगतारणं बन तुम आयें,सब जग कों दिया सहारा, मेरी नैया भी पायें,तेरी किरपा सें किनारा, जीवन नैया का मेरी,अब तू ही खेवनहारा,, इक पल कों भी ना छूटें, सतगुरु जी साथ तुम्हारा, एहसान प्रभु जी तेरा,जों तूनें दिया सहारा, इक पल कों भी ना छूटें, सतगुरु जी साथ तुम्हारा-२, तेरी किरपा हुई तभी तों,मैं शरणं तुम्हारी आया, मैं धन-धन भाग मनाऊँ, पाकर तेरी शीतल छाया, इस दास कें सर तों दाता,रहें सदा ही हाथ तुम्हारा,, इक पल कों भी ना छूटें, सतगुरु जी साथ तुम्हारा, एहसान प्रभु जी तेरा,जों तूनें दिया सहारा, इक पल कों भी ना छूटें, सतगुरु जी साथ तुम्हारा-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय तर्ज-तुझें सूरज कहूँ या चंदा,

ये संतो का प्रेम नगर है, यहाँ सँभल कर आना

 ये संतो का प्रेम नगर है, यहाँ सँभल कर आना  ये संतो का प्रेम नगर है, यहाँ सँभल कर आना जी। ये प्यासो का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी। जो भी आए यहाँ किसी का, हो जाये दीवाना जी।ये संतों का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी। ऎसा बरसे रंग यहाँ पर, जनम-जनम तक मन भीगे,फागुन बिना चुनरियाँ भीगे, सांवन बिना भवन भीगे। ऐसी बरखा होए यहाँ पर, बचे ना कोई घराना जी,ये संतों का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी। यहां ना झगड़ा जात पात का, और ना झंझट मजहब का।एक सभी की प्यास यहां पर, एक सभी का है प्याला। यहां प्रभु से मिलना हो तो, परदे सभी हटाना जी।ये संतों का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी। यहां द्वैत की सोई ना चुभती,धुले बताशा पानी में,ताज पहनकर संत घूमते, सतगुरु की राजधानी में। यहां नाव में नदियाँ डूबे, सागर सीप समाना जी। ये संतों का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी। चार धाम का पून्य मिले हैं, इस दर शीश झुकाने में,मजा है क्या वहाँ जीने में, जो मज़ा यहाँ मर जाने में। हाथ बाँधकर मौत खड़ी है, चाहे खुद मर जाना जी,ये संतों का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी। ये संतो का प्रेम नगर हैं, यहाँ स...

गुरु का प्यार हैं कितना प्यारा,, कम लगता हैं जीवन सारा

 गुरु का प्यार हैं कितना प्यारा,, कम लगता हैं जीवन सारा,, गुरु नें आज सँवारा,, जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा-२,,  गुरु का प्यार हैं कितना प्यारा,, ओ,, प्यार कें इक पल-पल में हैं,, सौ जीवन कुरबान,, सौ जीवन कुरबान,, प्यार कभी पाया ना था,, तुझसें जों मिला,, तुझसें जों मिला,, मेरी स्वाँसों,में तुम रहतें-२,, बनकें प्राणं की माला,,जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा,,  गुरु का प्यार हैं कितना प्यारा,, ओ,, तेरी आँखों में देखा,, खुद कों भूल गई,, खुद कों भूल गई,, सुना था होतें हैं भगवनं,, देख भी लिया,, देख भी लिया,,  तुझकों देख कें,, तुझकों ही देखें-२,, और कुछ ना देखें,, ये आँखें दुबारा,, ये आँखें दुबारा,, ये आँखें दुबारा,, ये आँखें दुबारा,, गुरु का प्यार हैं कितना प्यारा,, ओ,, अपना जीवन हैं जिया,, सबकें लिए,, सबकें लिए,,  सबकों जीवन हैं दिया,, वाणीं दें करकें,, वाणीं दें करकें,, वाणीं का अमृत,, तूनें पिलाया-२,, विषयों सें बचाया,, जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा,, जीवन हैं हमारा,,  गु...

मेरे सतगुरु प्यारें दां, दरबार सोहणां हैं

 मेरे सतगुरु प्यारें दां, दरबार सोहणां हैं-२, ऐत्थें दर्शन होन्दें हैं, दीदार बड़ा सोहणां हैं-२, दीदार बड़ा सोहणां हैं,परिवार बड़ा सोहणां हैं-२, मेरे सतगुरु प्यारें दां, दरबार बड़ा सोहणां हैं-२, मैनूँ सारें पूछदें हैं, मेरे संगीं तें साथी-२, जिन्हें इक बारी देख लयीं, मेरे सतगुरु दीं झाँकी-२, कित्थें ढूँढ कें लयान्दां हैं, ये लाल बड़ा सोहणां हैं-२, मेरे सतगुरु प्यारें दां, दरबार बड़ा सोहणां हैं-२, मैनूँ आपें नहीं मिलया,सतगुरु नें मिलाया हैं-२, इत्थें मिलनें दां मैनूँ रास्ता,सतगुरु नें दिखाया हैं-२, मेरे सतगुरु प्यारें दां, उपकार बड़ा सोहणां हैं-२, मेरे सतगुरु प्यारें दां, दरबार बड़ा सोहणां हैं-२, ऐहं मान सरोवर हैं, इत्थें मोती मिलदें हैं-२, कई जन्माँ दें बिछड़ें प्रेमी,इस दर पें मिलदें हैं-२, ये घाटें का सौदां नहीं, व्यापार बड़ा सोहणां है-२, मेरे सतगुरु प्यारें दां, दरबार बड़ा सोहणां हैं-२, मेरे सतगुरु प्यारें दीं,बड़ी शान निरालीं हैं-२, ऐत्थें रोज दशहरा हैं, ऐत्थें रोज दीवाली हैं-२, ऐहं तें तन-मन रंग देदें, रंगदार बड़ा सोहणां है-२, मेरे सतगुरु प्यारें दां, दरबार बड़ा सोहणां हैं-२, जेहड़ा ऐत्थें आ...

ज़माने में कोई ना हमे सहारा नज़र आया

 ज़माने में कोई ना हमे सहारा नज़र आया, बस तू ही एक हमे हमारा नज़र आया, तेरे प्यार में इस कदर बहता गया मैं, ना तूफान नज़र आया और ना ही किनारा नज़र आया.👏💐👏💐👏💐👏💐👏💐👏 कैसा प्यारा ये दरबार हैं,जहाँ भक्तों की भरमार हैं-२ सबकें मालिक ये सरकार हैं,जिनकी दुनियाँ कों दरकार हैं-२, तेरे दरबार में,सबकों हर सुख मिलें,तेरी किरपा सें ही सतगुरु,जीवन चलें-२, ऐसें दानी ये दातारं हैं,सबकें भर देतें भण्डार हैं-२, सबकें मालिक ये सरकार हैं,जिनकी दुनियाँ कों दरकार हैं-२, कैसा प्यारा ये दरबार हैं,जहाँ भक्तों की भरमार हैं-२ सतगुरु साथी हो तों,काम अटकें नहीं,और मंझधार में,कभी भटकें नहीं-२, अपने भक्तों पें दया कों,रहतें हरदम ये तैयार हैं-२, सबकें मालिक ये सरकार हैं,जिनकी दुनियाँ कों दरकार हैं-२, कैसा प्यारा ये दरबार हैं,जहाँ भक्तों की भरमार हैं-२ जो भी आयें यहाँ,सच्चे विश्वास सें,खाली लौटें नहीं,सतगुरु कें पास सें-२, दासाँ चरणों में संसार हैं,यहाँ अमृत की,बौछार हैं-२ सबकें मालिक ये सरकार हैं,जिनकी दुनियाँ कों दरकार हैं-२, कैसा प्यारा ये दरबार हैं,जहाँ भक्तों की भरमार हैं-२ बोलो जयकारा बोल मेरे श्री ...

तेरी याद नूँ रखाँ,दिल नाल ला कें

 तेरी याद नूँ रखाँ,दिल नाल ला कें-२, कराँ ध्यान मैं,हर पल तेरा-२, तेरी याद नूँ रखाँ,दिल नाल ला कें-२, कदीं ना भुल्लावां स्वामी, तेरी मिठीं याद नूँ-२, लम्बियाँ जुदाईयाँ विच, ऐहों मेरा साथ जी-२, कदें मिलना विछोड़ें,तैनूँ मीत बना कें-२, कराँ ध्यान मैं,हर पल तेरा-२, तेरी याद नूँ रखाँ,दिल नाल ला कें-२, दुनियाँ ना जानें,मैं ताँ तेरा ही दीवाना-२, स्वाँसां दी माला विच, तेरा ही तराना-२, कदें दूर ना जाना,चरणाँ नाल ला कें-२, कराँ ध्यान मैं,हर पल तेरा-२, तेरी याद नूँ रखाँ,दिल नाल ला कें-२, ईकों तेरी किरपा दां, मैनूँ हैं सहारा-२, होरं ना कोई प्रभु, तूहियों मेरा प्यारा-२ प्रभु भूल ना जाना,अपना बना कें-२, कराँ ध्यान मैं,हर पल तेरा-२, तेरी याद नूँ रखाँ,दिल नाल ला कें-२, उधर ही चलांगें प्रभु ,जिधर तुहाड़ीं मर्जी-२, पर सुन लवों प्रभु, ईकों मेरी अर्जी-२, दूर रहना, मुश्किल, तेरा प्यारं पा कें-२, कराँ ध्यान मैं,हर पल तेरा-२, तेरी याद नूँ रखाँ,दिल नाल ला कें-२, हरदम आस मैनूँ, तेरे ही दीदार दी-२, ईकों तेरी सेवा दाता, दूजा तेरा प्यारं जी-२, बस ऐहों भाव नाल, रखों दास बना कें-२, कराँ ध्यान मैं,हर पल तेरा-२, त...

दें-दें,दें-दें,,सोहणायं,, अपने दिल विच कोना

 दें-दें,दें-दें,,सोहणायं,, अपने दिल विच कोना-२,, दें-दें,दें-दें,,सोहणायं,, इस दिल विच कोना-२,, कि करन्दें,देख ना-२,, तेरा रुप सलौना,, दें-दें,दें-दें,,दातेयाँ,, अपने दिल दां कोना-२,, दें-दें,दें-दें,,सोहणायं,, अपने दिल विच कोना-२,, रोज सवेरे उठकें मैं,, तेरी कुटिया आवाँ-२,, ओ,श्रद्धा दीं जोतं जगा कें,, मैं इक तैनूँ रिझावाँ-२,,, ओ,रोज सवेरे उठकें मैं,, तेरी कुटिया आवाँ-२,, ओ, सेवा-पूजा कर कें,, मैं प्रभु तैनूँ रिझावाँ-२,,, आ जायें तेरे प्रेम में दाता-२,, मुझें हर पल रोना,, दें-दें,दें-दें,,दातेयाँ,, अपने दिल दां कोना-२,, दें-दें,दें-दें,,सोहणायं,, अपने दिल विच कोना-२,, बैठ कें तेरे आगे,, अपने दुख-सुख खोलूँ-२,, मैं बैठ कें तेरे आगे,, अपने दुख-सुख खोलूँ-२,, ओ,आँख कें आँसूं सें,, तेरे चरणों कों धो लूँ-२,, आ जायें तेरे प्रेम में दाता-२,, मुझें हर पल रोना,, दें-दें,दें-दें,,दातेयाँ,, अपने दिल दां कोना-२,, दें-दें,दें-दें,,सोहणायं,, अपने दिल विच कोना-२,, कि करन्दें,देख ना-२,, तेरा रुप सलौना,, दें-दें,दें-दें,,दातेयाँ,, अपने दिल दां कोना-२,, दें-दें,दें-दें,,सोहणायं,, अपने दिल विच कोना-२...

गुरां दित्तां मैनूँ मस्तं बना,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां

 गुरां दित्तां मैनूँ मस्तं बना,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, मेरे नैनां विच नाम दां नशा-२,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, गुरां दित्तां मैनूँ मस्तं बना,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, मिट गयें गम सारें,चढ़ी मैनूँ मस्तीं,चढ़ी मैनूँ मस्तीं-२, सिर दित्तियाँ वीं मिलें,समझों हैं सस्ती, समझों हैं सस्ती-२, ऐस मस्तीं दां मुल्लं कि दस्सां-२, मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, गुरां दित्तां मैनूँ मस्तं बना,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, मेरे नैनां विच नाम दां नशा-२,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, गुरां दित्तां मैनूँ मस्तं बना,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, प्रभु प्रेम वाला नशा,बड़ा ही अनोखा ऐ,बड़ा ही अनोखा हैं-२, इस दुनियाँ दें विच, पल-पल धोखा ऐ,पल-पल धोखा हैं-२, पीकें नाम-रस,नचदां फिरां-२,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, गुरां दित्तां मैनूँ मस्तं बना,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, मेरे नैनां विच नाम दां नशा-२,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, गुरां दित्तां मैनूँ मस्तं बना,मस्तियाँ मैं वण्डदां फिरां-२, सतगुरु प्यारा मैं, अंदरों हैं पा लया, अंदरों हैं पा लया-२, नैनां विच वस गया, हृदय डेरा ला लया,हृदय डेरा ला लया-२, म...

नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म

 नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, स्वाँसों में नाम  हो, तेरा हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, लाखों जन्म हमनें दियें गवां, अब तों दाता जी कुछ करों दया-२,, नाम की लग जाए दिल में लगन,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, नाम की नौकां में हम चढ जाए, भव कें बंधन सें मुक्तं हो जाए-२,, छूट ही जाए अब,आवागमन,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, नाम कों जपतें गुरुमुख प्यारें हैं,, जग में रहें,पर जग सें न्यारें हैं-२,, नाम कों बिसरे कभी ना हम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, दास पें बक्शीश ऐसी कीजिए,, सिमरन की शक्ति ऐसी दीजिए-२,, भक्ति कें पथ पर,बढायें कदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, नाम का सुमिरणं ही, करें हरदम,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्म-२,, नाम ही जीवन का आधार हो,,हर पल  ही स्वाँसों में,तेरा नाम हो-२,, नाम का सिमरन ही पहला धर्म,,कर दो प्रभु जी हमपें ये कर्...

दीनन कें नाथ मोरे, सतगुरु कृपाल

 दीनन कें नाथ मोरे, सतगुरु कृपाल,  नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२, नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२, अपनी शरणं राखों, ओ दीन-दाता-२, मुझ जैसें अनाथों का,तू ही पिता-माता-२, हर पल अनाथों की तू,करियों संभाल, नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२, दीनन कें नाथ मोरे,सतगुरु कृपाल, नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२, नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२, किस मुख सें गाऊं, मैं किसकों सुनाऊं-२, महिमा तुम्हारी का, अन्त ना पाऊं-२, शर्मसार हूं देखकर,अपना हाल,नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२, दीनन कें नाथ मोरे, सतगुरु कृपाल, नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२, नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२, तुमसां ना दाता,ना मुझसां भिखारी-२, तेरी शरणं ली, हैं दुनियां उबारी-२, बक्शों चरणं-कमल की दुआ,नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२, दीनन कें नाथ मोरे, सतगुरु कृपाल, नमामी तुम्हें, मोरे परमहँस दयाल-२, नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२, तुझकों ध्याऊं,मैं तेरा कहलाऊं-२, तुझकों जपूं और, तुझमें समाऊं-२, मानों प्रभु,दास का ये सवाल,नमामी तुम्हें, श्री परमहँस दयाल-२, दीनन कें नाथ मोरे,सतगुरु कृपाल, नमामी तुम्हें, मो...

बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें

 बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, तेरे सुंदर सलौनें ज्यें, मुखड़ें तें-२, बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, गुरु-चरणाँ च,हर खुशीं मेरी-२, आसरा तेरा,जिंदगी मेरी-२, ऐहों चर्चा हैं, चारों दिशावाँ तें-२, बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, तेरे सुंदर सलौनें ज्यें, मुखड़ें तें-२, बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, दीदं तेरी जें,सानूँ मिल जायें-२, दीदं तेरी जें,सानूँ मिल जायें-२, दिल दीं कयारीं वीं,आपें खिल जायें-२, गौरं फरमाई,दाता,दुआवाँ तें-२, बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, तेरे सुंदर सलौनें ज्यें, मुखड़ें तें-२, बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, नूरं मुखड़ें दां, सबनूँ भाया हैं-२, तूहियों दीवाना,सबनूँ बनाया हैं-२, ऐहों जादू,चलाया हैं संगता नें-२, बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, तेरे सुंदर सलौनें ज्यें, मुखड़ें तें-२, बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, तेरे दर दां वीं,कि नजारा हैं-२, सारीं दुनियाँ तों,लगदां प्यारा हैं-२, सदकें जावाँ मैं, तेरे नज़ारें तें-२, बलिहार, बलिहार जावाँ मैं, तेरे दर्शन पें-२, तेरे सुंदर...