परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो Parmatma ka noor ho Malik ki jaat ho
*🙏🏼 *लिखण वालेआं सुन "अरदास" मेरी।।*
*मेरे कर्मा विच अमृत वैले "सिमरन नाम" लिख दे *
*मेरे पैरा विच "सतसंग जाण" लिख दे*
*मेरे हथा विच "सेवा काण" लिख दे*
*मेरे अखां विच "दर्शन दीदार" लिख दे*🙏🏼🙏🏼 *
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो-२,
चाहा था मेरे दिल ने मालिक को देख लूँ-२
नजरें मिलाके नजरों से जी भर के देख लूँ-२
दिल की पुकार का जवाब तुम ही दात हो!
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो,
तेरी दया हो जिसपे तो फिर उसको गम ही क्या-२
सेवक को तेरे नाम का आधार कम है क्या-२
सिमरन जहाँ करे कोई तुम संग साथ हो!
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो,
आए हो जग को तारने जिम्मा उठा के तुम-२
भव सिन्धु पार करने को नौका उठाके तुम-२
डूबे हुओ को थामते खुद आप हाथ हो!
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो,
दुनिया की आस छोड़ के तेरी ही आस हो-२
तेरे ही प्रेम में मग्न हर वक़्त दास हो-२
डरना किसी से मुझको क्या जब तुम ही साथ हो!
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो ....
परमात्मा का नूर हो ....
परमात्मा का नूर हो ....
*मेरे कर्मा विच अमृत वैले "सिमरन नाम" लिख दे *
*मेरे पैरा विच "सतसंग जाण" लिख दे*
*मेरे हथा विच "सेवा काण" लिख दे*
*मेरे अखां विच "दर्शन दीदार" लिख दे*🙏🏼🙏🏼 *
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो-२,
चाहा था मेरे दिल ने मालिक को देख लूँ-२
नजरें मिलाके नजरों से जी भर के देख लूँ-२
दिल की पुकार का जवाब तुम ही दात हो!
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो,
तेरी दया हो जिसपे तो फिर उसको गम ही क्या-२
सेवक को तेरे नाम का आधार कम है क्या-२
सिमरन जहाँ करे कोई तुम संग साथ हो!
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो,
आए हो जग को तारने जिम्मा उठा के तुम-२
भव सिन्धु पार करने को नौका उठाके तुम-२
डूबे हुओ को थामते खुद आप हाथ हो!
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो,
दुनिया की आस छोड़ के तेरी ही आस हो-२
तेरे ही प्रेम में मग्न हर वक़्त दास हो-२
डरना किसी से मुझको क्या जब तुम ही साथ हो!
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो ....
परमात्मा का नूर हो ....
परमात्मा का नूर हो ....
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