सतगुरु कें हर वचन कों, जीवन में ढालना है Satguru Ke Har Vachan Ko Jeevan Me
सतगुरु कें हर वचन कों, जीवन में ढालना है-२, उनकी ही मौज में प्रेमी, जीवन संवारना है-२, सतगुरु कें हर वचन कों, जीवन में ढालना है-२, सतगुरु का हर इशारा, दिलों जान सें प्यारा-२, फिर तों चमक उठेगा, तकदीर का सितारा-२, रहमत जो हो रही है,उसकों संभालना है-२, उनकी ही मौज में प्रेमी, जीवन संवारना है-२, सतगुरु कें हर वचन कों, जीवन में ढालना है-२, अपनाये हम सभी कों, ठुकराये ना किसी कों-२, औरों कें वास्ते ही,हम पाये जिन्दगी कों -२, चुभ जाये गर किसी कों,कांटा निकालना है-२, उनकी ही मौज में प्रेमी, जीवन संवारना है-२, सतगुरु कें हर वचन कों, जीवन में ढालना है-२, तेरे दर की अजमत,सारे जहां सें न्यारीं-२, जबसें है देखीं हमनें,सूरत ये तेरी प्यारीं-२, हमनें तों अपना सबकुछ,तुझपें ही वारना है-२, उनकी ही मौज में प्रेमी, जीवन संवारना है-२, सतगुरु कें हर वचन कों, जीवन में ढालना है-२, जीवन में जों भी प्रेमी, नियम पांच है निभाये-२, सतगुरु जी उनका जिम्मां,दोनों लोकों का उठाये-२, दासों कों तूनें सतगुरु,इस भव सें तारना है-२, उनकी ही मौज में प्रेमी, जीवन संवारना है-२, सतगुरु कें हर वचन कों, ...