मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे Mitt te Hai Dil se Dukho Ke Andhere
मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे-२,
सजायें सुखों से,हजारों बसेरे-२,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे--२,
मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे-२,
गुरुजी नें हमकों,दिखाया हैं जैसा,कहीं भी ना देखा,चमत्कार ऐसा-३,
जहाँ भी किये हैं,गुरुजी नें फेरे,वहाँ खुशूबों नें लगायें हैं ड़ेरें-२,
मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे-२,
सजायें सुखों से,हजारों बसेरे-२,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे--२,
मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे-२,
अगर चाहतें हो,मुरादें कें मोती,तों मन में जलाओ,
श्रद्धा की ज्योति-२,
गुरु-नाम जपकें,अन्धेरे-अन्धेरे,मुनाफा कमाओं,सवेरे-सवेरे-२,
मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे-२,
सजायें सुखों से,हजारों बसेरे-२,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे--२,
मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे-२,
गुरुजी ने जिनकें,नसीबें सँवारें,वो जर्रे भी देखों,बनें चाँद-तारें-२,
बड़ें प्यार सें हैं,गुरुजी नें जोडे़ं,ये चाहत कें मेलें,ये संगत कें घेरें-२,
मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे-२,
सजायें सुखों से,हजारों बसेरे-२,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे--२,
मिटातें हैं दिल सें,दुखों कें अन्धेरे,बड़ें ही दयालु हैं गुरुजी मेरे-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
तर्ज-अरे द्वारपालों,कन्हैया सें कह दो,
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