मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ Mangna Vi Nhi Aunda Mainu
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२,
नित शुक्रर कराँ मैं तेरा,उपकार तू कीतां बड़ा-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२,
सजदें दा तरीका ना आऊँदां,आऊँदीं मैनूँ अरदास नहीं-२,
मेरे विच नहीं कोई,खूबी,कोई हुनर कोई खास नहीं-२,
रहमतं दी तू झड़ियाँ लाईयाँ-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२
नित शुक्रर कराँ मैं तेरा,उपकार तू कीतां बड़ा-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२,
हथ जोड़ कें शीश झुका लैन्दी,सुख-दुख सब खोल सुना लैन्दी-२,
सूरत तेरी सतगुरु प्यारें,अँखियाँ विच अपने वसा लैन्दी-२,
तू बकशीयाँ जग दीयाँ वडिआईयाँ-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२
नित शुक्रर कराँ मैं तेरा,उपकार तू कीतां बड़ा-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२,
मैं सुनया सी इन्साफ सदा,कर्मा दें मुताबिक हुन्दा ऐ-२,
हर बन्दा अपने कर्मा दी,मन्दियाँ-चंगियाँ ढ़ोन्दा ऐ-२,
मैं विच कि तकियाँ,तू दाता,सब गल्तियाँ-शल्तियाँ-रुसवाईयाँ-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२
नित शुक्रर कराँ मैं तेरा,उपकार तू कीतां बड़ा-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२,
किवें शुक्रर कराँ तेरा दाता,किस तरह मैं धन्यवाद कराँ-२,
हक तों ज्यादा दित्तां सानूँ,सिर झुक जान्दा,जदं याद कराँ-२,
मर-मुक जाणीं दासी दीयाँ,हर वेलें कितियाँ सुनवाईयाँ-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२,
नित शुक्रर कराँ मैं तेरा,उपकार तू कीतां बड़ा-२,
मँगना वी नहीं आऊँदां मैनूँ,फिर वी तू मेंहरा बरसाईयाँ-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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