ख्वाबों में तू हैं, ख्यालों में तू हैं Khvabo Me Tu Hai, Khayalo Me Tu Hai
ख्वाबों में तू हैं, ख्यालों में तू हैं,-२,
जिधर देखता हूँ, उधर तू ही तू हैं-२,
मुझे हर जन्म में हैं जिसनें सम्भाला,
जमाने के हर बन्धनों से निकाला,
मेरे देवता तू,वहीं हुबहू हैं,
जिधर देखता हूँ, उधर तू ही तू हैं-२,ख्वाबों-२,
दिल में जो उतरी हैं तदवीर तेरी,
तो मस्तक पे उभरी हैं तस्वीर तेरी,
तू ही मेरे दिल में, तू हीं रुबरु हैं,
जिधर देखता हूँ, उधर तू ही तू हैं-२,ख्वाबों-२,
नफस की ख्वाहिश, गमों को बढ़ायें,
प्रभु नाम बकशों कि सन्तोष आयें,
यही है तमन्ना, यही आरजू हैं,
जिधर देखता हूँ, उधर तू ही तू हैं-२,ख्वाबों-२,
कभी आप कुछ माँगने को कहेंगें,
तो तुमसे तुम्हीं को ही,प्रभु मांग लेगें,
तुम्हारी हीं हरदम हमें, जुस्तजु हैं,
जिधर देखता हूँ, उधर तू ही तू हैं-२,ख्वाबों-२,
तेरा नाम धुन में,तेरे गीत गाऊँ,
कि दरगाह में तेरी,प्रभु जब मैं आऊँ,
तो आवाज आयें,ये रुह सुर्खरु हैं,
जिधर देखता हूँ, उधर तू ही तू हैं-२,ख्वाबों-२,
छलकता हैं सीनें में,जो प्यार तेरा,
हुआ है ये "दासों" पे,उपकार तेरा,
तू ही पीर मेरा, तू ही सतगुरु हैं,
जिधर देखता हूँ, उधर तू ही तू हैं-२,ख्वाबों-२,
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