श्री सतगुरु प्यारें का,दीदार जो पाया हैं Shri Satguru Pyare Ka , Deedar Jo Paya Hai
श्री सतगुरु प्यारें का,दीदार जो पाया हैं-२,
मन नाच उठा एकदम-२,फुलाँ ना समाया हैं, श्री सतगुरु-२,
इस सुंदर शुभदिन की,मन में थीं आस लगी-२,
होई नज़र मेहर की,जब पाई अनमोल घड़ी-२,
मेरे हारांवाले नें/मेरे सतगुरु प्यारें नें,उपकार कमाया हैं,
श्री सतगुरु प्यारें का,दीदार जो पाया हैं-२,
जन्मों की व्याधा टली,दुविधा सब दूर हुई-२,
सुर्खरु रुहं सुख सें भरपूर हुई-२,
श्री सतगुरु चरणों में-२,जब शीश झुकाया हैं,
श्री सतगुरु प्यारें का,दीदार जो पाया हैं-२,
किस मुख सें गाऊँ मैं महिमा, गुरु दर्शन की-२,
प्रभु सन्मुख आते ही,हालत पलटी मन की-२,
फल अठसठ तीर्थ का-२,तत्काल ही पाया हैं,
श्री सतगुरु प्यारें का,दीदार जो पाया हैं-२,
ये जलवा नूरानीं तेरा,आँखों में बसें हरदम-२,
इस दास कें हृदय में,तू ही तू रहें हरदम-२,
खुशबू बनकर जैसें, फूलों मे समाया हैं-२,
श्री सतगुरु प्यारें का,दीदार जो पाया हैं-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
तर्ज--मेरे सतगुरु प्यारें का दीदार बड़ा सोहणां
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