सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां Satguru Deendayal.To, Mai Varri Jaa
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु मेरा सबतों सोहणां,ऐहदें ज्यां कोई होर ना होणां-२,
ऐसदें रुप निरालें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सुन्दर रुप गुरां दा प्यारां,रोम-रोम मारें लशकारा-२,
नूरीं मुखड़ें वालें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
दसवें द्वार गुरां डेरा लाया,नाम दा अजब जहाज बनाया-२,
नाम जपावन वालें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
दुखियाँ दीं गुरु पीड़ा हरदें,सुनकें देर जरा ना करदें-२,
पापी तारणंहारें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
अर्नन्त वेले गुरु होणं सहाई,छड़ जान्दें जदों बहन तें भाई-२,
तोड़ निभावणं वालें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
आओं अज गुरां दें गुणं गाईये,जीवन अपना सफल बनाईये-२,
गुरां दीं सोहणीं मुस्कान तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु मेरा सबतों सोहणां,ऐहदें ज्यां कोई होर ना होणां-२,
ऐसदें रुप निरालें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सुन्दर रुप गुरां दा प्यारां,रोम-रोम मारें लशकारा-२,
नूरीं मुखड़ें वालें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
दसवें द्वार गुरां डेरा लाया,नाम दा अजब जहाज बनाया-२,
नाम जपावन वालें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
दुखियाँ दीं गुरु पीड़ा हरदें,सुनकें देर जरा ना करदें-२,
पापी तारणंहारें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
अर्नन्त वेले गुरु होणं सहाई,छड़ जान्दें जदों बहन तें भाई-२,
तोड़ निभावणं वालें तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
आओं अज गुरां दें गुणं गाईये,जीवन अपना सफल बनाईये-२,
गुरां दीं सोहणीं मुस्कान तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
संगतां दें रखवाले तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
सतगुरु दीनदयाल तों,मैं वारीं जां,बलिहारी जां-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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