आया जो भी प्रेमी,बनकर कें सवालीं हैं Aaya Jo Bhi Premi, Bankar Ke Sawali Hai
आया जो भी प्रेमी,बनकर कें सवालीं हैं-२,
बिन माँगें ही प्रभु नें-२,झोली भर डाली हैं-२,
सतगुरु नें किया उपकार,चरणों का दिया आधार-२,
सतगुरु की महिमा तों-२,सारें जग सें निराली हैं-२,
आया जो भी प्रेमी,बनकर कें सवालीं हैं-२,
बिन माँगें ही प्रभु नें-२,झोली भर डाली हैं-२,
भक्ति का सच्चा-धन,सतगुरु नें बकशा हैं-२,
जीवन की डोलती नाव-२,सतगुरु नें सम्भालीं हैं-२,
आया जो भी प्रेमी,बनकर कें सवालीं हैं-२,
बिन माँगें ही प्रभु नें-२,झोली भर डाली हैं-२,
गुरु-भक्ति का गहना,जिस गुरुमुख नें पहना हैं-२,
उनकें जीवन में तों-२,छाई खुशहाली हैं-२,
आया जो भी प्रेमी,बनकर कें सवालीं हैं-२,
बिन माँगें ही प्रभु नें-२,झोली भर डाली हैं-२,
गुरु-भक्ति की बगियाँ में,जीवन यह महक उठा-२,
"दासाँ" इस बगियाँ का-२,सतगुरु हीं मालीं हैं-२,
आया जो भी प्रेमी,बनकर कें सवालीं हैं-२,
बिन माँगें ही प्रभु नें-२,झोली भर डाली हैं-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
तर्ज-जब सतगुरु आतें हैं,सब खुशियां आती हैं,
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