गुरु चरणों का लेकें आधार
गुरु चरणों का लेकें आधार, मानुष जन्म कों लें तू सँवार-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
कलि-काल की तपस सें,सतगुरु ही आन बचायें-२,
चरणों की छाँव बिठलाकें,सुख रुप हैं सबकों बनायें-२,
सच्चा दें आधार, दें चरणों का प्यार-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
गुरु चरणों का लेकें आधार, मानुष जन्म कों लें तू सँवार-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
सृष्टि में देखों फैली,शौहरत हैं मेरे सतगुरु की-२,
भवपार जीव उतरें, जो इनायत हो मेरे सतगुरु की-२,
कृपासिंधु हैं, दीनाबंधु हैं-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
गुरु चरणों का लेकें आधार, मानुष जन्म कों लें तू सँवार-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
होकें निराश दर सें हरगिज कोई खाली गया ना-२,
दातं, रुहानी पाई,कोई भी खाली गया ना-२,
रहमतं का,फरिश्तां हैं, रुहों का मसीहा हैं,
सन्त रुप प्रभु-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
गुरु चरणों का लेकें आधार, मानुष जन्म कों लें तू सँवार-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
सेवक तों हमेशा तेरी,रहमतं की खैंर हैं माँगें-२,
मिलें तेरी सेवा-भक्ति, कुछ भी ना और हैं माँगें-२,
दाता ठौर नहीं, तुझसां और नहीं-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
गुरु चरणों का लेकें आधार, मानुष जन्म कों लें तू सँवार-२,
सच्चे ये हितैषी हैं, सन्त रुप प्रभु-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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