इतनी किरपा सतगुरु जी,बनाये रखना Itni Kirpa Satguru Ji
इतनी किरपा सतगुरु जी,बनाये रखना-२,
मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,इतनी-२,
तू मेरा मैं तेरा प्यारे,तुम राजी मैं राजी-२,
तेरे नाम पर लिख दी,ये जीवन की बाजी-२,
लाज़ तुम्हारे हाथ हैं-२,बचायें रखना,बचायें रखना,
मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,इतनी-२,
हाथ जोड़कर करुँ प्रार्थना,भूल कभी ना जाना-२,
तेरे दर पर लगा रहें बस,मेरा आना-जाना-२,
किरपा का ये सिलसिला-२,बनाये रखना,बनायें रखना,
मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,इतनी-२,
जो भी बीती सो बीती भगवन,बाकि उमर सभालूँ मैं-२,
संत्संग सेवा प्रेम बढ़ा कर,गीत प्रेम कें गा लूँ मैं-२,
कदम कदम पर साथ-२, निभाये रखना,निभायें रखना,
मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,
तेरे प्रेमियों में मन लगता,और कहीं ना लागे-२,
तेरे द्ववार कें आगे दाता,सब कुछ फिक्कां लागे-२,
सेवा की इस भूख कों,बढ़ायें रखना,बढ़ायें रखना,
मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,
इतनी किरपा सतगुरु जी,बनाये रखना-२,
मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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