सुंदर सतगुरु स्वयं पधारें,सबकों दूँ मैं बधाई आज Sundar Satguru Swayam Padhare, Sabko Du Mai Badhayi Aaj
सुंदर सतगुरु स्वयं पधारें,सबकों दूँ मैं बधाई आज-२, हर्ष में झूमें,धरतीं-अम्बर,हर्ष में झूमें संगत आज-२, सुंदर सतगुरु स्वयं पधारें,सबकों दूँ मैं बधाई आज-२, अर्श सें चलकर आयें हैं,अपने प्यारों कीं,सुन पुकारं-२, दिव्य सिंहासन पर विराज़ें,श्री परमहँस अवतार-२, छवि अनोखी मन कों मोहनीं,देख कें संगत झूमें आज-२,वाह-वाह,वाह-वाह,वाह-वाह,वाह-वाह, सुंदर सतगुरु स्वयं पधारें,सबकों दूँ मैं बधाई आज-२, हर्ष में झूमें,धरतीं-अम्बर,हर्ष में झूमें संगत आज-२, सुंदर सतगुरु स्वयं पधारें,सबकों दूँ मैं बधाई आज-२, प्यारां-प्यारां सिंहासन हैं,प्यारीं-प्यारीं सजावट हैं-२, प्यारें-प्यारें सतगुरु हैं,प्यारीं सीं मुस्कांरहट हैं-२, अनुपम नजारा,दिव्य अलौकिक,घड़ी सुहानी आई आज-२,वाह-वाह,वाह-वाह,वाह-वाह,वाह-वाह, सुंदर सतगुरु स्वयं पधारें,सबकों दूँ मैं बधाई आज-२, हर्ष में झूमें,धरतीं-अम्बर,हर्ष में झूमें संगत आज-२, सुंदर सतगुरु स्वयं पधारें,सबकों दूँ मैं बधाई आज-२, आतें जग में सतगुरु जी,जन-कल्याण कीं खातिर हैं-२, सारी रचना रचातें हैं वों,निज-रुहों कीं खातिर हैं-२, निज-रुहों कों अपना बनाने,रचना रचाई अनुप...