थां थां लोकी पूछदे Thaan Thaan Loki Puchde

 थां थां लोकी पूछदे मैनूँ कौन है मुर्शिद तेरा -3


मैं कहनी हाँ विच आनंदपुर रहन्दा दाता मेरा......


गुरां दी दीवानी हाँ मैं...............


 


1. मेरा सतगुरु जीदा रखवाला ऐ, औनूँ कौन मिटावन वाला है


   मेरी परमहंसा नाल लग गई ऐ, जेड़ा तोड़ निभावन वाला है गुरां दी.....


 


2. कर्मां वाला सतगुरु मेरा, हाल दिलां दे जाने


   दाता सबदे लेख सवारें, कट दा रोग पुराने


   पूछदे लोकी तेरे दिल विच किने किता डेरा


   मैं कहनी हाँ विच आनंदपुर रहन्दा सोना मेरा गुरां दी.......


 


3. सतगुरु दर ते जिसने आके, झोलियाँ ने फैलाईया.......-2


   खाली कोई ना मुड़या सबने, दिली मुरादां पाईयाँ......


   पूछदे लोकी तेरी मुश्किल हल करदा है केड़ा -2


   मैं कहनी हाँ विच आनंदपुर रहन्दा दाता मेरा गुरां दी.......


 

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