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Showing posts from July, 2020

राखीं तुमकों बाँधनें आया,सतगुरु दीनदयाल Rakhi Tumko Bandhne Aaye, Satguru Deen Dayal

राखीं तुमकों बाँधनें आया,सतगुरु दीनदयाल-२, मेरे सर पें सदा ही रखना,अपनी दया का हाथ-२, मैं राखीं लेकर आया,हैं रक्षाबंधन आया-२, प्रीत कें मोती पिरो कें,अरमानों की राखीं सज़ाई-२, पलकों कें धागों सें,(सतगुरु जी)मैनें राखीं बनाई-२, कर-कमल बढ़ा,मेरे स्वामी-२,राखीं करना स्वीकार, मैं राखीं लेकर आया,हैं रक्षाबंधन आया-२, हर युग में प्रभु,तुमनें हम जीवों की लाज बचाई-२, सचखण्ड छोड़ कें आयें जब,हम पर विपदा आई-२, जीवन डोरी सौपनें अपनी-२,पास तेरे हूँ आया-२, मैं राखीं लेकर आया,हैं रक्षाबंधन आया-२, जैसें जुड़ें हैं प्रभु जी,आपस में राखीं कें धागें-२, वैसे ही हमें रखना,श्री चरणों सें अपने लगाकें-२, प्रीत का बन्धन दाता-२,कभी टुट ना पाया-२,ओ, मैं राखीं लेकर आया,हैं रक्षाबंधन आया-२, पुन्नं-भागों सें सतगुरु,दिवस ये प्यारां आया-२, श्री चरणों में भगवनं,राखीं का पर्व मनाया-२, ये दास श्री चरणों में-२,जायें सदा बलिहार-२, मैं राखीं लेकर आया,हैं रक्षाबंधन आया-२, राखीं तुमकों बाँधनें आया,सतगुरु दीनदयाल-२, मेरे सर पें सदा ही रखना,अपनी दया का हाथ-२, मैं राखीं लेकर आया,हैं रक्षाबंधन आया-२, बो...

रक्षा बन्धन हैं आया Raksha Bandhan Hai Aaya ( Rakshabandhan Tappe)

रक्षा बन्धन हैं आया-२, करुणा-हस्त बढ़ा दों प्रभु,राखीं श्रद्धा की मैं लाया, कर-कमल बढ़ा दों प्रभु,राखीं श्रद्धा की मैं लाया, तेरा मेरा अटल नाता-२, ये प्रीत निभा करकें,चरणों में सदा रखना, दिन भागाँ वाला आ जावें-२, सतगुरु दें चरणाँ विच,साड़ीं सुरत समां जावें, प्रभु रक्षा सदा करना-२, माया सें बचा करकें,चरणों में सदा रखना, तेरा मुझसें ये वादा-२, करों रक्षा भक्तों की,ये वचन निभा देना, बदला दीयाँ कलियाँ नें-२, सतगुरु दें वचन जेहडें,हीरें-लाल तें मणियाँ नें, सारेंयाँ संगतां दां वाली ऐ-२, सोहणां तें सतगुरु मेरा,इस बाग दा माली ऐ, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

मेला गुरां दें घर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये Mela Gura De Ghar Ni Chal Anandpur Nu Chaliye

मेला गुरां दें घर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, ओ,सोहणां रब्बं दा दर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, ना कर जिन्दें तेरी मेरी-२, दो दिन दा तेरा सफर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, मेला गुरां दें घर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, ओ,सोहणां रब्बं दा दर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, गडडी चढ़ जा,दिल दें शहर तों,भावें हो जाये शाम-सहर तों-२, ओ,छड़कें सारें फिक्रर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, मेला गुरां दें घर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, ओ,सोहणां रब्बं दा दर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, श्रद्धा वालीं चुनरी पाकें,पैरीं झांझर,प्रेम दी पाकें-२, ला इश्कें दा इत्तर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, मेला गुरां दें घर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, ओ,सोहणां रब्बं दा दर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, खाली मन नूँ मन्दर बनाकें,गुरां दी मूरत विच सजाकें-२, ओ,दम-दम नाम सुमिर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, मेला गुरां दें घर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, ओ,सोहणां रब्बं दा दर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, जो रुहाँ गईयां,दर तें बुलाईयां,सब रुहाँ नूँ,दासी देवें बधाईयाँ-२, मेरी तें साहिब नूँ खबर नीं,चल आनंदपुर नूँ चलिये-२, ...

खुशियों का हैं खजाना,मेरे सतगुरु का दीदार Khushiyon Ka Hai Khajana, Mere Satguru Ka Deedar

खुशियों का हैं खजाना,मेरे सतगुरु का दीदार-२, दिलकश ये दीदार हमारे,जीवन का आधार, हमें जान सें प्यारें हैं,श्री परमहँस अवतार-२, खुशियों का हैं खजाना,मेरे सतगुरु का दीदार-२, इस मुखड़ें पें मैं बलिहार गया,तन-मन-धन सब, मैं,वारं गया-२, तेर संग ये जीवन बीतें रे,तू साथ तों,हम जीतें रे-२, तेरा नूरीं-नूरीं मुखड़ा,मुखड़ें पें मैं बलिहार-२, जी चाहे मैं करता रहूँ,तेरा हरपल ही दीदार-२, हमें जान सें प्यारें हैं,श्री परमहँस अवतार-२, खुशियों का हैं खजाना,मेरे सतगुरु का दीदार-२, दिलकश ये दीदार हमारे,जीवन का आधार, हमें जान सें प्यारें हैं,श्री परमहँस अवतार-२, खुशियों का हैं खजाना,मेरे सतगुरु का दीदार-२, इकबार जो दर्शन,पायें तेरा,वो भूल जाये सब,हो जाये तेरा-२, तेरी याद में हरपल डूबा रहें,बस तुझसें ये हरपल ही कहें-२, मुझे श्री चरणों में रख लों,मुझे बस तेरा आधार-२, अब सब-कुछ तू ही हैं मेरा,ना चाहूँ संसार-२, हमें जान सें प्यारें हैं,श्री परमहँस अवतार-२, खुशियों का हैं खजाना,मेरे सतगुरु का दीदार-२, दिलकश ये दीदार हमारे,जीवन का आधार, हमें जान सें प्यारें हैं,श्री परमहँस अवतार-२, खुशियों ...

चरणों में रहने दो,या चरणों के आस-पास Charno Me Rehne Do, Ya Charno Ke Aas Pass

चरणों में रहने दो,या चरणों के आस-पास-२, दूर से मन की,बुझती नहीं प्यास-२,चरणों-२, दर्द जमाने ने,बहुत दिये हैं-२, प्रभु तेरे दर्शन से,गम दूर हुऐ हैं, तेरे बिना प्रभु जी-२,किसकी करुँ मैं आस, दूर से मन की,बुझती नहीं प्यास-२,चरणों-२, ये माना प्रभु जी मैने, हैं अवगुण मुझमें-२, तुम अगर किरपा कर दो,देर नहीं तुझमें, तेरे इक इशारे सें-२,नजदीक आये तेरे पास, दूर से मन की,बुझती नहीं प्यास-२,चरणों-२, रहमत तुम्हारी अगर, हो जाये मुझपर-२, सेवा करुँ मैं, तेरे दर पर, रखना प्रभु जी मुझकों, अपने चरणों के पास, दूर से मन की,बुझती नहीं प्यास-२,चरणों-२, तेरे बिना प्रभु जी,कौन हैं मेरा-२, मतलब की दुनियाँ सारी, झूठी प्रीत बनी हैं, "दास" को रखना प्रभु जी-२,अपने चरणों के पास, दूर से मन की,बुझती नहीं प्यास-२,चरणों-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय।। तर्ज--अखियों को रहने दे अखियों के आस-

दिल करदा है दाता,इक गल्लं कहणं नूं Dil Karda Hai Datta, Ik Gall Ken Nu

दिल करदा है दाता,इक गल्लं कहणं नूं-२, अड़ी ऐ मैं झोली,अशीष लैणं नूं-२, दिल करदा है दाता,इक गल्लं कहणं नूं-२, सतगुरु हारां वाला,पीरां दां पीर तू,कदर विच लिखी होई,मेरी तकदीर तू-२, कि मुल्लं लगदा तेरा,सुख चैन लैणं नूं,अड़ी ऐ मैं झोली,अशीष लैणं नूं-२, दिल करदा है दाता,इक गल्लं कहणं नूं-२, सतगुरु हारां वाला,तू शहंशाह है,ऐहदें दर उ्त्तें,कि परवाह है-२, तेरा आभार समझा,हर गल्लं कहणं नूं,अड़ी ऐ मैं झोली,अशीष लैणं नूं-२, दिल करदा है दाता,इक गल्लं कहणं नूं-२, तेरे बैगर दाता,मेरा ना कोई होरं,तेरे बैगर मैनूं दिसदा ना होरं-२, चरणां विच देंओं,मैनूं थांह रहणं नूं,अड़ी ऐ मैं झोली,अशीष लैणं नूं-२, दिल करदा है दाता,इक गल्लं कहणं नूं-२, गली-गली कूचें-कूचें,तेरा प्रचार है,सारा संसार दाता,तेरा परिवार है-२, तेरा रुप मैं समझा,सब भाई-बहणं नूं,अड़ी ऐ मैं झोली,अशीष लैणं नूं-२, दिल करदा है दाता,इक गल्लं कहणं नूं-२, अड़ी ऐ मैं झोली,अशीष लैणं नूं-२, 🌹🙏🏼बोलो जयकारा🙏🏼🌹 🌹🙏🏼बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय🌹🙏🏼 तर्ज-सावन का महीना,पवन करें शोर,

नित खैर मंगा सोहणांय मैं तेरी Nitt Khair Manga Sohneya Mai Teri

नित खैर मंगा सोहणांय मैं तेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, तेरे चरणां च अखिर होवें मेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, नित खैर मंगा सोहणांय मैं तेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, चन्नं जें मुखड़ें तों,वारीं-वारीं जान्दी हां-२, खैरां मंगा तेरियां मैं,ऐहों कुझ चाहन्दी हां-२, ऐहों खुशी मैनूं सजना बथेरी-२,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, तेरे चरणां च अखिर होवें मेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, नित खैर मंगा सोहणांय मैं तेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, मेरी प्यासीं अंखां विच,तू ही समाया ऐ-२, जेहड़ें पासें वेखां मैनूं,तू ही नजर आया ऐ-२, हर वेलें तेरा दर्शन पावां-२,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, तेरे चरणां च अखिर होवें मेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, नित खैर मंगा सोहणांय मैं तेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, तू होवें मेरा,मैं जग तों कि लैणां ऐ-२, तेरे पिछछें दाता असीं,सब कुछ सैणां ऐ-२, इक रब्बं कोलों,खैर मंगा तेरी-२,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, तेरे चरणां च अखिर होवें मेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगदी-२, नित खैर मंगा सोहणांय मैं तेरी,दुआ ना  कोई होरं मंगद...

चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया Citthi Maut Vali Swarga To Aayi

चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२, काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२, चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२, पहली चिट्ठी आई तैनूं,कर लै ख्याल वें-२, कालेयां तों चिटटें तेरे,हो गये बाल वें-२, पहली चिट्ठी आई तैनूं,कर लै ख्याल वें, कालेयां तों चिटटें तेरे,हो गये बाल वें, सोहणें मुखड़ें तें फिर गई स्याही,तू सिमरन कर बन्दया-२, काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२, चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२, दूजीं चिठ्ठी आई तैनूं,कर लै ध्यान वें-२, अंखियां दें नाल सोहणां,लगदा जहान वें-२, दूजीं चिठ्ठी आई तैनूं,कर लै ध्यान वें, अंखियां दें नाल सोहणां,लगदा जहान वें, हुणं अखां विचों,दिसदां ना काई,तू सिमरन कर बन्दया-२, काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२, चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२, तीजीं चिठ्ठी भेजी ओहनें,कीतां तू चित्त ना-२, टुट-टुट मुंह विचों,दन्द रहयां इक ना-२, तीजीं चिठ्ठी भेजी ओहनें,कीतां तू चित्त ना,टुट-टुट मुंह विचों,दन्द रहयां इक ना, सारें चेहरे दी ...

जो पूछोगे दाता,कि कया माँगते हैंJo Puchoge Datta, Ki Kya Mangte Hai

जो पूछोगे दाता,कि कया माँगते हैं-२, कि कदमों तले हम,पनाह माँगते हैं-२,जो पूछोगे-२, मेहरबानियाँ हम पे,रखना बनाये-२, श्री चरण-कमलों से,रखना लगाये-२, शरणागति हम,सदा माँगते हैं-२, कि कदमों तले हम,पनाह माँगते हैं-२,जो पूछोगे-२, सुख शन्ति शीतल,अलौकिक प्यारां-२, आँखों की ठण्डक,जिगर का सहारा-२, ये दीदार दर्शन,सदा माँगते हैं-२, कि कदमों तले हम,पनाह माँगते हैं-२,जो पूछोगे-२, महकें तुम्हीं सें,ये जीवन की कयारीं-२, तुम्हारी खुशी सें,खुशी हैं हमारी-२, सदा ही तुम्हारी,रज़ा माँगते हैं-२, कि कदमों तले हम,पनाह माँगते हैं-२,जो पूछोगे-२, सतगुरु स्वामी,दया के सुमुन्दर-२, हम आपके, श्री चरणों के चाकर-२, रहमतं सदा ही,खुदा माँगते हैं-२, कि कदमों तले हम,पनाह माँगते हैं-२,जो पूछोगे-२, जय हो जय,तेरी हो जय,मेरे सतगुरु जी तेरी जय हो जय बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

अरे,होगा ना धनवान कोई रे,मेरे जैसा भाई Aree, Hoga Na Dhanvan Koi Re

अरे,होगा ना धनवान कोई रे,मेरे जैसा भाई-२, ओ,मैंने नाम की दौलत पाई रे-२, नाम कें धन बिन,इस दुनियां में,मैं भी था कंगाल-२, हाँ,मैं भी था कंगाल,ओ,मैं भी था कंगाल, गुरु-कृपा सें हो गया मैं तों,पल में मालोमाल,हाँ, पल में मालोमाल, अरे,होगा ना धनवान कोई रे,मेरे जैसा भाई-२, ओ,मैंने नाम की दौलत पाई रे-२, जितना माँगूँ जितना लुटाऊँ,ये धन बढ़ता जाये-२, हाँ,,ये धन बढ़ता जाये-ओ-,ये धन बढ़ता जाये, कोई कितना जोर लगायें,इसकों छीन ना पाये,हाँ, इसकों छीन ना पाये, अरे,होगा ना धनवान कोई रे,मेरे जैसा भाई-२, ओ,मैंने नाम की दौलत पाई रे-२, जबसें पाया ये धन सब धन,फीकें लागें रे-२, हाँ,फीकें लागें रे-ओ-फीकें लागें रे, हीरें-मोती-चाँदी कया हैं,इसकें आगे रे,हाँ,इसकें आगे रे, अरे,होगा ना धनवान कोई रे,मेरे जैसा भाई-२, ओ,मैंने नाम की दौलत पाई रे-२, धन ये जगत का,जीवन भर तों,काम नहीं आयें,हाँ, काम नहीं आयें,ओ-काम नहीं आयें, मैंने पाया ऐसा धन जो,साथ मेरे जाये,हाँ,साथ मेरे जाये, अरे,होगा ना धनवान कोई रे,मेरे जैसा भाई-२, ओ,मैंने नाम की दौलत पाई रे-२, 🙏🏼🌹बोलो जयकारा🙏🏼🌹 🌹🙏🏼बोल मेरे श्र...

कितने ऊँचें भाग हमारे, हमनें सतगुरु पाया हैं Kitne Unche Bhag Hamare , Humne Satguru Paya Hai

कितने ऊँचें भाग हमारे, हमनें सतगुरु पाया हैं, जलती हुई इस दुनियाँ में,मिली ये शीतल छाया हैं, कितने ऊँचें-२, भरे थे दुख ही दुख जिसमें,ऐसी दाँसतां सबकीं थी, मिला ना हाथ मे,ये दर तो,परेशान ये जिन्दगानीं थी, मिला हैं कोई मसीहा जिसनें,सारा रोग मिटाया हैं, जलती हुई-२, कोई गुणवान या र्निगुण,सभी अपनाये जाते हैं, गुरु-सागर दया का हैं,दया बरसातें जाते हैं, दुनियाँ ने जिसकों ठुकराया,गुरु ने गले से लगाया हैं, जलती हुई-२, यहाँ बेचैन रुहों को,सब्र-सन्तोष मिलता हैं, हैं जो बेहोश जन्मों से,उन्हें भी होश मिलता हैं, ले जायेंगे रहमत, जिसने भी यहाँ शीश झुकाया हैं, जलती हुई-२ कलम वी लिख-लिख हारीं हैं,और जुबां गा-गा कें हारीं हैं, जमीं-आकाश,से ऊँची हाँ,गुरु-महिमा तुम्हारी हैं, दाता तेरी रहमत से ही,दास ने ये दर पाया हैं,जलती हुई-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

इतनी किरपा सतगुरु जी,बनाये रखना Itni Kirpa Satguru Ji

इतनी किरपा सतगुरु जी,बनाये रखना-२, मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,इतनी-२, तू मेरा मैं तेरा प्यारे,तुम राजी मैं राजी-२, तेरे नाम पर लिख दी,ये जीवन की बाजी-२, लाज़ तुम्हारे हाथ हैं-२,बचायें रखना,बचायें रखना, मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,इतनी-२, हाथ जोड़कर करुँ प्रार्थना,भूल कभी ना जाना-२, तेरे दर पर लगा रहें बस,मेरा आना-जाना-२, किरपा का ये सिलसिला-२,बनाये रखना,बनायें रखना, मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२,इतनी-२, जो भी बीती सो बीती भगवन,बाकि उमर सभालूँ मैं-२, संत्संग सेवा प्रेम बढ़ा कर,गीत प्रेम कें गा लूँ मैं-२, कदम कदम पर साथ-२, निभाये रखना,निभायें रखना, मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२, तेरे प्रेमियों में मन लगता,और कहीं ना लागे-२, तेरे द्ववार कें आगे दाता,सब कुछ फिक्कां लागे-२, सेवा की इस भूख कों,बढ़ायें रखना,बढ़ायें रखना, मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२, इतनी किरपा सतगुरु जी,बनाये रखना-२, मरते दम तक सेवा में,लगाये रखना-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय