रहमत करना दाताया Rehmat Karna Dateya
रहमत करना दाताया , 2
तेरे दर आये सदा , गीत तेरे गाये सदा ,
ओ साहिबा , ओ साहिबा
ओ साहिबा ओ साहिबा ।
रहमत ........
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जब से तेरा दर , मुझको मिला ।
मेरे मन का , उपवन खिला ।
सुख चैन भरे दिन आये 2
मैं मेरी सब जाती रही ,
रुत खुशियों की आती रही ।
सुख चैन भरे दिन आये 2
आ .आ ......
रहमत करना दाताया .....
🌸
मैं पौधा और माली है तू ,
मैं पत्ता और डाली है तू ,
हर पल बस , तुझको ध्याये 2
मैं जर्रा , आकाश है तू ,
मैं तम और प्रकाश है तू ,
हर पल बस , तुझको ध्याये 2
आ ..आ .....
रहमत करना .......
🌸
सिर पे सदा , तेरा हाथ रहे ,
जीवन भर तेरा साथ रहे ।
दातार तू , तोड़ निभाना 2
गुरुमुख तेरे गुण गाते रहे ,
संतो को तेरे रिझाते रहे ।
दातार तू तोड़ निभाना 2
आ आ .......
रहमत करना ........
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जय सचिदानन्द जी 🙏🏻
तर्ज :वादा करले साजना , तेरे बिन मैं ना ....
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