तुम तो यहीं-कहीं सतगुरु,मेरे आस-पास हो Tum To Yhi Khi Satguru Mere Aas Pass Ho
तुम तो यहीं-कहीं सतगुरु,मेरे आस-पास हो-२,
आते नजर नहीं पर,मेरे साथ-साथ हो-२,
बहते पवन कें झोंके,एहसास ये करायें-२,
संग-संग हो हमारे,महसूस ये करायें,
महसूस ये करायें,
सत्संग में आज भी गुरु,करतें निवास हो,
आते नजर नहीं पर,मेरे साथ-साथ हो-२,
हमकों तों ये यकीं हैं,तेरे साथ चल रहें हैं-२,
तेरी दुआ सें सतगुरु,अब भी तो पल रहें हैं,
अब भी तो पल रहें हैं,
हमकों अपने प्यारं का,देते आभास हो,
आते नजर नहीं पर,मेरे साथ-साथ हो-२,
आती हैं हमकों आज भी,साकार भावना-२,
रोशन तुम्हीं सें सतगुरु,हर दिल की आशिनां,
हर दिल की आशिनां,
बनकर कें ज्ञान-चन्द्रमा,देते प्रकाश हो,
आते नजर नहीं पर,मेरे साथ-साथ हो-२,
तुम तो यहीं-कहीं सतगुरु,मेरे आस-पास हो-२,
आते नजर नहीं पर,मेरे साथ-साथ हो-२,
बोलो जयकारा
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय
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