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Showing posts from June, 2024

शुभ राजतिलक हैं,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें

  शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, कणं-कणं में नज़ारा-२,छा गया,अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, मेरे सतगुरु दीनदयाल, करदें सबनूँ मालोमाल, अब मैं इनकीं शान में कया कहूँ, खुद,खुदां दरशं पें-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, अज दिन बड़भागी आया,हैं सबनूँ मस्तं बनाया-२, मस्तीं विच नचदें-गान्दें,खुशियाँ दां आलम छाया-२, अज होणं हैं सबनूँ-२,बधाईयाँ,अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, सतगुरु दें गुणं, कि गावाँ,मैं वारीं-वारीं जावाँ-२, ओ,अंग-संग मेरे रहन्दां,फिर कयों मैं फिर घबरावाँ-२, सबनाँ दें-२,दिलाँ नूँ ,छा गया,अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, मैं कि-कि सिफ्तं सुनावाँ,मेरा पीरं हैं किन्हाँ सोहणां-२, ऐ सत-नाम दां दाता,हैं सोहणां तें मन मोहणां-२, रुहाँ नूँ छुड़ावन आ गया,अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, मेरे सतगुरु जी दीं महिमा, सारें जग तों हैं न्यारीं, ...

ऐ दीवानों महफिल सजा लों, हारांवालें चलें आ रहें है

ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२, ऐ दीवानों महफिल सजा लों, नंगलींवालें चलें आ रहें है-२, अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२, नंगलींवालें चलें आ रहें है-२, ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२, जर्रा-जर्रा देखों, खुशनुमा है-२, आ गयें हमारे, रहनुमा है-२, अर्श सें फर्श तक, रोशनी है-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२, अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२, नंगलींवालें चलें आ रहें है-२, ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२, आ गयें देखों, सतगुरु हमारे-२, आ गयें देखों, रहबर हमारे-२, हर तरफ देखों, छाई बहारें-२, और,आज रज-रज कें-२,दर्शन कों पा लों,हारांवालें चलें आ रहें है-२, अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२, नंगलींवालें चलें आ रहें है-२, ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२, हारांवालें चलें आ रहें है-२, अब तों सजदें में-२,सर कों झुका लों, मेरे दाता चलें आ रहें है-२, नंगलींवालें चलें आ रहें है-२, ऐ दीवानों महफिल सजा लों-२, हारांवालें चलें आ रह...

राजतिलक का दिन ये,सुहाना आया हैं, सब संगतों नें मिलकर, आज मनाया हैं

राजतिलक का दिन ये,सुहाना आया हैं-२, सब संगतों नें मिलकर, आज मनाया हैं-२,ओ-ओ, राजतिलक का दिन ये,सुहाना आया हैं,आया हैं,सब संगतों नें मिलकर, आज मनाया हैं-२, सतगुरु मेरे, आज दिखतें हैं ऐसें-२, जैसें आज चाँद,जमीं पर आया हैं-२, राजतिलक का दिन ये,सुहाना आया हैं,आया हैं,सब संगतों नें मिलकर, आज मनाया हैं-२, श्री आनंदपुर में,खुशियों कें नज़ारें हैं-२, सिंहासन पर बैठें प्रभु, लगतें प्यारें हैं-२,, तिलक हमें भी आज,प्रभु कों लगाना हैं-२, दर्शन प्यारा-प्यारा, दिल में बसाना हैं-२,ओ-ओ, तिलक हमें भी आज,प्रभु कों लगाना हैं,दर्शन प्यारा-प्यारा, दिल में बसाना हैं-२,ओ-ओ, राजतिलक का दिन ये,सुहाना आया हैं,आया हैं,सब संगतों नें मिलकर, आज मनाया हैं-२, हम सब मिलकें,प्रभु कों तिलक लगायेंगे-२, ढ़ोल नगाड़ें बजाकें,मंगल गायेंगे-२, हम सब मिलकें आज,प्रभु कों तिलक लगायेंगे,ढ़ोल नगाड़ें बजाकें,मंगल गायेंगे-२, रहमतं मेरे सतगुरु प्यारें, आज लुटातें हैं-२, नाम कें हीरें-मोती,दास ये पातें हैं-२, राजतिलक का दिन ये,सुहाना आया हैं,आया हैं,सब संगतों नें मिलकर, आज मनाया हैं-२, राजतिलक का दिन ये,सुहाना आया हैं,आया हैं,सब संगतों नें ...

दिन राजतिलक का आया हैं, हम नाचेंगे, हम गायेंगे

दिन राजतिलक का आया हैं, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम मिलकर खुशीं मनायेंगे,हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, दिन राजतिलक का आया हैं, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम दीनों कें हैं भाग्य जगें,हमें सतगुरु जी नें दर्श दियें-२, मेरे सोहणें नें दर्श दियें,मेरे मालिक नें हैं दर्श दियें-२, दिन राजतिलक का आया हैं, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम मिलकर खुशीं मनायेंगे,हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, दिन राजतिलक का आया हैं, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, कलयुग कें अवतार हैं ये,परमहँस अवतार हैं ये-२, परमहँस अवतार हैं ये-२, हम मिलकर खुशीं मनायेंगे,हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, दिन राजतिलक का आया हैं, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, प्रभु कों बधाई लाखों बार,मिलकर करें हम शुक्रर-गुजार-२, दिल करता हैं शुक्रर-गुजार-२, हम मिलकर, वारीं जायेंगे,हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम मिलकर खुशीं मनायेंगे,हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, दिन राजतिलक का आया हैं, हम नाचेंगे, हम गायेंगे-२, रहों सदा सलामत आप प्रभु,करों किरपा की बरसात प्...

मेरे सतगुरु की जै-जैकार हैं, शुभ राजतिलक त्यौहार हैं

उल्लास भरा हैं कणं-कणं में,अनुपम खुशी हैं आज, पंचम रुप विराजें सतगुरु, सन्तनं कें सिरताज, परमार्थ की ज्योति यह,सदा-जगमगायें,भक्ति की यह,दातं रुहानीं, सदा-सदा हम पायें, तेरे उपकारों की महिमा, सतगुरु जी सदा-सदा हम गायें, युग-युग राज अटल हो तेरा,हम सबकीं यहीं हैं दुआयें, मेरे सतगुरु की जै-जैकार हैं, आज खुशियों की छाई बहार हैं, शुभ राजतिलक त्यौहार हैं-२, पंचम रुप में,प्रभुवर आयें-२, नाम और भक्ति की,ज्योति जगायें-२, जों भी आयें-२,श्री चरणारं हैं, किया उनकों भव-सागर सें पार हैं-२, मेरे सतगुरु की जै-जैकार हैं, शुभ राजतिलक त्यौहार हैं-२, सुंदर सिंहासन, शोभा निरालीं-२, जिसपें विराजें, शहनशाहे आलीं-२, आज बरसाया-२,हम सब पें प्यार हैं, दिया हम सबकों,आशीर्वाद हैं-२, मेरे सतगुरु की जै-जैकार हैं, शुभ राजतिलक त्यौहार हैं-२, दर्शन सुहानें,भाग्यों सें पायें-२, प्रेमी सारें मिलकें,महिमा हैं गायें-२, किया भक्तों पें-२,ये उपकार हैं, आज प्रेमियों कों मिला दीदार हैं-२, मेरे सतगुरु की जै-जैकार हैं, शुभ राजतिलक त्यौहार हैं-२, आज शुभ दिन की हो,सबकों बधाई-२, राजतिलक की हो,सबकों बधाई-२, चौकुन्टीं में-२,तेरी ऊँची,...

रहमताँ ही रहमताँ, लुटान आ गया - Rehmta hi Rehmta

  रहमताँ ही रहमताँ, लुटान आ गया, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, करकें दीदार, नूरीं-नूरं हो गया, सारा अंधकार,अज दूर हो गया-२, भक्ति दें दीप,जलान आ गया-२, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, रहमताँ ही रहमताँ, लुटान आ गया, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, ठारें गयें नें नयन,दूर होयें दुख जी,नचदीं ऐ आत्मा, मैं पाया सुख जी-२, सुत्तें होयें भाग,जगान आ गया-२, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, रहमताँ ही रहमताँ, लुटान आ गया, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, दिल दीं कयारीं दां, गुलाब खिल्लयाँ, हाराँवाला अज सानूँ आणं मिलयाँ-२, अमृत-रस,बरसान आ गया-२, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, रहमताँ ही रहमताँ, लुटान आ गया, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, दास कहन्दां, पुनिया दां चन्नं चढ़याँ, हर दिल विच अज,चाह भरयाँ-२, खुशियाँ दीं दातं, लुटान आ गया-२, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, रहमताँ ही रहमताँ, लुटान आ गया, हाराँवाला दर्श,दिखान आ गया-२, बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय

शुभ राजतिलक हैं,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें

  शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, कणं-कणं में नज़ारा-२,छा गया,अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, मेरे सतगुरु दीनदयाल, करदें सबनूँ मालोमाल, अब मैं इनकीं शान में कया कहूँ, खुद,खुदां दरशं पें-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, अज दिन बड़भागी आया,हैं सबनूँ मस्तं बनाया-२, मस्तीं विच नचदें-गान्दें,खुशियाँ दां आलम छाया-२, अज होणं हैं सबनूँ-२,बधाईयाँ,अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, सतगुरु दें गुणं, कि गावाँ,मैं वारीं-वारीं जावाँ-२, ओ,अंग-संग मेरे रहन्दां,फिर कयों मैं फिर घबरावाँ-२, सबनाँ दें-२,दिलाँ नूँ ,छा गया,अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, मैं कि-कि सिफ्तं सुनावाँ,मेरा पीरं हैं किन्हाँ सोहणां-२, ऐ सत-नाम दां दाता,हैं सोहणां तें मन मोहणां-२, रुहाँ नूँ छुड़ावन आ गया,अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, शुभ राजतिलक हैं-२,आ गया, अज रज-रज भंगड़ें पाईयें-२, मेरे सतगुरु जी दीं महिमा, सारें जग तों हैं न्यारीं, ...