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सज धज के गुरु जी घर आये Sajj Dhaj ke Guru ji Ghar Aaye

 सज धज के गुरु जी घर आये, लोको वे मैं आज झली हो गई, मैनु कुज भी समज ना आये लोको मैं आज झली हो गई, कदी भी नहीं सोचिया सी गुरु घर आन गे, मेरा खजाना मेरी झोली विच पान गे, ओहना ने चरण कमल घर पाए, लोको वे मैं आज झली हो गई, सज धज के गुरु जी घर आये, सत्संग विच सारी संगत बुलाई है, गुरु जी दे भगता ने आज रौनक लगाई है, आज शिव जी ने संख बजाए लोको मैं आज झली हो गई, सज धज के गुरु जी घर आये, बड़ी रीजा नाल दरबार सज्या है, गुरु जी न हलवे दा भोग लगाया है, मुख मंडल गुरु दा मुस्काये लोको मैं झली हो गई, सज धज के गुरु जी घर आये, फुला दी महक नाल घर मेरा भराया, मैं भी तरी जो भी इथे आया ऊ भी तरिया, सोन्दे जाग्दे गुरु नजर आये लोको मैं आज झली हो गई, सज धज के गुरु जी घर आये,🙏🏻🙏🏻 Listen on https://youtu.be/eJUOaueBBIc?si=QmiV2WwEnr2d61Cj

प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं Prabhu Aagye Hain

प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२, लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं, प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२, बशर कें भेष में,तुम खुदां आ गयें, प्रेमी भक्तों कें दिल,जान कर छा गयें, निरखं कर मनोहर,छवि ये सुहानी, अकीदत यहाँ झूम-तीं आ रही हैं, प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२, लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं, प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२, देवता भी तरसतें हैं, दीदार कों, उतर आयें हैं अर्शो सें,सत्कार कों, पुर नूरं चेहरें की,नूरीं सुहायें,मुककदर की दुनियाँ कों,चमका रही हैं, प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२, लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं, प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२, तेरे कदमों में मस्तक, झुकातें हैं लोग, फैज गातें और मुस्करातें हैं लोग, तेरे दर्शनों कों ये,दिलकश फिजायें, करामातं करामाँ चली आ रही हैं, प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२, लगता हैं जैसें कि,मौसम सें पहलें,गुलशन में चलकर, बहार आ गई हैं, प्रभु आ गयें हैं, खुशीं छा रही हैं-२, तेरा ड़ंका बजा सारें संसार में, कैस...

श्री दर्शन प्यारा होवें, सुंदर नजारा होवें

श्री दर्शन प्यारा होवें, सुंदर नजारा होवें-२, मैं होवाँ तू होवें,दुजा ना कोई होवें-२, रज-रज कराँ,मैं दीदार-२, श्री दर्शन प्यारा होवें, सुंदर नजारा होवें, मैं होवाँ तू होवें,दुजा ना कोई होवें, रज-रज कराँ,मैं दीदार-२, रहमतं बरसदीं होवें, अखाँ तें मस्तीं होवें-२, अमृत मयीं वचनाँ दीं,बरखा बरसदीं होवें-२, वेख-वेख तैनूँ जीवाँ,भर-भर प्यालें पीवाँ-२, मैं होवाँ तू होवें,दुजा ना कोई होवें-२, रज-रज कराँ,मैं दीदार-२, श्री दर्शन प्यारा होवें, सुंदर नजारा होवें, मैं होवाँ तू होवें,दुजा ना कोई होवें, रज-रज कराँ,मैं दीदार-२, दर-दर दीं,ठोकरां खाकें,चरणाँ नाल, लाया ऐ-२, कखाँ दीं कीमत,नहीं सीं, लखाँ दां बनाया ऐ-२, अपना बनाई रखीं, चरणाँ नाल लाई रखीं-२, मैं होवाँ तू होवें,दुजा ना कोई होवें-२, रज-रज कराँ,मैं दीदार-२, श्री दर्शन प्यारा होवें, सुंदर नजारा होवें, मैं होवाँ तू होवें,दुजा ना कोई होवें, रज-रज कराँ,मैं दीदार-२, जिंदगी मेरी दां दाता,ऐहों ही मकसद होवें-२, सेवा तें सिमरन होवें, सन्तां दां संग होवें-२, तैथों मैं वारीं जावाँ, तैथों मैं सदकें जावाँ-२, मैं होवाँ तू होवें,दुजा ना कोई होवें-२, रज-रज कराँ,म...

शुभ अमर ज्योति दर्शन ग्रंथ भजन

  सारी खुशियाँ लें आई,अज गूँजें शहनाई-२, कया दिन/समय सुहाना आया हैं, अमर ज्योति दर्शन का अज पाया हैं-२, श्री आनंदपुर सें इसकों,श्री सतगुरु नें भिजवाया-२, अर्शो का मालिक हैं जों,अज धरती पर हैं आया-२, अज चिमटें बजाओं, सारें नाचों और गाओं-२, सतगुरु कें उपकारों का ये,ग्रंथ रचाया हैं,, अमर ज्योति दर्शन का अज पाया हैं-२, सारी खुशियाँ लें आई,अज गूँजें शहनाई-२, कया दिन/समय सुहाना आया हैं, अमर ज्योति दर्शन का अज पाया हैं-२, पंचम रुप में श्री सतगुरु नें,किरपा हैं फरमाई-२, देश-विदेश में भक्ति की,जोतं प्रभु नें जगाई-२, इनका रुप प्यारा,सबसें हैं न्यारा,आँखों में बसाया हैं,, अमर ज्योति दर्शन का अज पाया हैं-२, सारी खुशियाँ लें आई,अज गूँजें शहनाई-२, कया दिन/समय सुहाना आया हैं, अमर ज्योति दर्शन का अज पाया हैं-२, उपकार जों कियें हैं हम पर,महिमा सदा ही गायें-२, हर पल इनकें प्यार कों,हृदय में बसायें-२, सारी खुशियाँ लें आई,जोतं जगाई, अर्शो का मालिक, अज धरती पर आया हैं,, अमर ज्योति दर्शन का अज पाया हैं-२, सारी खुशियाँ लें आई,अज गूँजें शहनाई-२, सारी खुशियाँ लें आई,अज सबनूँ बधाई,, कया दिन/समय सुहाना आया ह...