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Showing posts from December, 2021

श्री परमहंसों की ज्योति ईलाही Shri Paramhanso Ki Jyoti Illaahi

श्री परमहंसों की ज्योति ईलाही,आई,आई,आई,, छटी पादशाही-२, सबकों मुबारक हो,सबकों बधाई,आई,आई,आई,, छटी पादशाही-२, पहली पादशाही परमहँस महाराज जी, खोल दिये जिन्होंने,भक्ति कें राज़ जी-२, धन-धन जिन्होंने,कीन्ही कमाई-२, आई,आई,आई,पहली पादशाही-२, श्री परमहंसों की ज्योति ईलाही,आई,आई,आई,, पहली पादशाही-२, सबकों मुबारक हो,सबकों बधाई,आई,आई,आई,, पहली पादशाही-२, दूजी पादशाही शुभ-करम कमाये, जन-जन में भक्ति कें,सन्देश सुनाये-२, प्रेम की सब में,गंगा बहाई-२, आई,आई,आई,दूजी पादशाही-२, श्री परमहंसों की ज्योति ईलाही,आई,आई,आई,, दूजी पादशाही-२, सबकों मुबारक हो,सबकों बधाई,आई,आई,आई,, दूजी पादशाही-२, तीसरीं पादशाही रुहानी तख्त कें शहनशाह, परमहंसों सें मिलातें,बिछुड़ी ये आत्मा-२, झुकतीं हैं जिनकें आगें,सारीं खुदाई-२, आई,आई,आई,तीसरी पादशाही-२, श्री परमहंसों की ज्योति ईलाही,आई,आई,आई,, तीसरी पादशाही-२, सबकों मुबारक हो,सबकों बधाई,आई,आई,आई,, तीसरी पादशाही-२, चौथीं पादशाही नाम का ड़ंका बजाया, मौज़ धुर-दरगाई सें वचन कराया, चौथीं पादशाही नाम का ड़ंका बजाया, पूरी सफल सें,भजन कराया, रूहों की इन्होंने,की रहनुमाई-२, आई,आई,आई,चौथीं पा...

मेरी कोई ना करे परवाह दातेया एक तेरे बिना Meri Koi Bhi Na Kare Parvaha Dateya

मेरी कोई ना करे परवाह दातेया एक तेरे बिना मैनू किसे वी ना दीती ए पनहा दातेया, एक तेरे बिना 1. मैनू एक तुसी दाता लाड लड़ाया है डिगे हुए नु चुक गल नाल लाया है, सीने नाल लाया है मैनू होर नहीं दीसदी कोई राह दातेया एक तेरे बिना ......... 2. मेहरा वालेआ साईयां तू बड़ा मेहरबान है मैं हाँ तेरा दास, मेरी ऐहों पहचान है मेरी होर कोई ना फड़दा बाह दातेया एक तेरे......... 3. तुसी वडे दिल वाले ऐ त्वाडी वडियाई है मेरी ता हर एक भूल तुसी भुलाई है कौन माफ करे दास दे गुनाह दातेया एक तेरे..........

सोना सतगुरु मेरा भव पार लगा दे वे Sohna Satguru Mera, Bhav Paar Laga De Ve

1. सोना सतगुरु मेरा, भव पार लगा दे वे     जींद ऐदे ना मैं लावां, जेड़ा रब नू मिला देवे 2. सोना मुर्शद मेरा, जीदी कार सवारी आई दाता तेरे इश्के विच, घर वार वी छड आई 3. सोना ऐ पीर मेरा, दाता डुबदे तारे ने साडे जए दुखियां ने, सतगुरां दे सहारे ने 4. सुन मेरेया साइयां, गल दिल दी ना बुझ होवे दर तेरा छडना नहीं, मेरे दाता भावे कुछ होवे 5. सुन मेरेया साइयाँ, गल इश्क दी गानी ए नाल साडा पीर लगदा, नाल दिल वाला जानी ए 6. सोना मुर्शिद मेरा, जिना गल नाल लाया ए मैं ता रोम -2 उत्ते, नाम गुरां दा लिखाया ए 7. ऊँचा ऐ पीर मेरा, ऐवे किसे कोलों क्यूँ डरिए हर साह विच इसदा दिलों शुकराना करिए 8. सुन मेरेया साइयाँ, मेरे दिल दा ए कहना ए जदों तक जिंदगी ए, प्यार गुरु नाल रहना ए 9. सोना मेरा सतगुरु ए, कखा वांगू मैं रुल जावां रब मैनू बख्शे ना, जे दाता तैनू भूल जावां 10. जीवे सतगुरु मेरा, कोई वगदी मेहर होवे     ओ दिला विच रैन वालेया, तेरी दम -2 खैर होवे

सजा दो घर को गुलशन सा Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa

सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है, लगे कुटिया भी दुल्हन सी, मेरे सरकार आये है.... 1. पखारो इनके चरणों को बहा कर प्रेम की गंगा,   बिषा दो अपनी पलको को मेरे सरकार आये है सजा दो घर को....... 2. उमड़ आई मेरी आंखे देख कर अपने दाता को,    हुई रोशन मेरी गलियां मेरे दिलदार आये है सजा दो घर को....... "... सरकार आ गए है मेरे गरीब खाने में, आया दिल को सकून उनके करीब आने में, मुदत से प्यासी आखियो को मिला आज वो सागर, भटका था जिसको पाने की खातिर इस ज़माने में...." 3. तुम आकर भी नहीं जाना मेरी इस सुनी दुनिया से,    कहूँ हर दम यही सबसे मेरे सरकार आये है सजा दो घर को.......

मेरी तेरे उत्ते टेक मेरे मालका Meri Tere Utte Tek Mere Malka

बिन बोलेया तू सब कुछ जानदा सच झूठ दियां रमजा पहचानदा मेरी तेरे उत्ते टेक मेरे मालका एको तकया सहारा तेरे नाम दा रबा -2 मी वरसा सब दी झोली दाने पा सब कुछ करे करावे आप तू रब सारी दुनिया दा 1. ऐ रब साइयां बक्शन हारा उच्चियाँ तेरिया शाना तू मेरी जिन्दगी है दाता, सचयां गुरु मेहरबाना जिदे सिर उत्ते हाथ मेहरबान दा रब राखा होंदा उस इंसान दा मेरी तेरे उत्ते टेक मेरे एको तकया सहारा तेरे नाम दा  सतगुरु सतगुरु सतगुरु जी............. 2. जिस दिन तो मैं सब कुछ भूल कर तेरी ओट टिकाई मैनू ता हर कण -2 विचों तेरी सूरत नजर है आई हर दुखी दी पीड़ नु तू जानदा, तू ते अंदर दे दर्द पहचानदा मेरी तेरे उत्ते टेक मेरे.............. 3. जिस दिन दा तू शांति कुंज विच अपनी जगह बनाई रात दिन तेरी याद दे विच अपनी सूरत भुलाई जानी जान है तू सब कुछ जानदा, साडे दिला दिया तुहियों ही पहचानदा मेरी तेरे उत्ते टेक मेरे..............  

मुझे दर्शन दे गए वो Mujhe Darshan De Gye Vo

 मुझे दर्शन दे गए वो कल रात सोते-सोते फिर बीती सारी रात गुरु से बात होते-होते   1. मुझे याद है अभी भी वो रात का नजारां -2   गुरु सामने खड़े थे जी आभास होते -2 फिर बीती..............   2. जैसे सामने ये मूरत वैसी ही मैंने देखी -2   मैं चरणों में पड़ा था जी निहाल होते-होते फिर बीती..............   3. मुझको गले लगाया फिर प्यार से वो बोले -2   तू अब क्यूँ रो रहा है मेरे पास होते-होते फिर बीती रात...........   4. जिसे जिंदगी ने चाहा और दिल से मैंने पूजा -2 एक झलक दिखला गए वो सुप्रभात होते-होते फिर बीती रात.......  

थां थां लोकी पूछदे Thaan Thaan Loki Puchde

 थां थां लोकी पूछदे मैनूँ कौन है मुर्शिद तेरा -3 मैं कहनी हाँ विच आनंदपुर रहन्दा दाता मेरा...... गुरां दी दीवानी हाँ मैं...............   1. मेरा सतगुरु जीदा रखवाला ऐ, औनूँ कौन मिटावन वाला है    मेरी परमहंसा नाल लग गई ऐ, जेड़ा तोड़ निभावन वाला है गुरां दी.....   2. कर्मां वाला सतगुरु मेरा, हाल दिलां दे जाने    दाता सबदे लेख सवारें, कट दा रोग पुराने    पूछदे लोकी तेरे दिल विच किने किता डेरा    मैं कहनी हाँ विच आनंदपुर रहन्दा सोना मेरा गुरां दी.......   3. सतगुरु दर ते जिसने आके, झोलियाँ ने फैलाईया.......-2    खाली कोई ना मुड़या सबने, दिली मुरादां पाईयाँ......    पूछदे लोकी तेरी मुश्किल हल करदा है केड़ा -2    मैं कहनी हाँ विच आनंदपुर रहन्दा दाता मेरा गुरां दी.......